अलग अलग
विशिष्ट रूप से
विलक्षण ढंग से
अलग-अलग
UNRWA ' s staff has taken three major steps over the years to expand the definition of Palestine refugees. First, and contrary to universal practice, it continued the refugee status of those who became citizens of an Arab state. Second, it made a little - noticed decision in 1965 that extended the definition of “ Palestine refugee” to the descendants of those refugees who are male, a shift that permits Palestine refugees uniquely to pass their refugee status on to subsequent generations. The U. S. government, the agency ' s largest donor, only mildly protested this momentous change. The UN General Assembly endorsed it in 1982, so that now the definition of a Palestine refugee officially includes “ descendants of Palestine refugee males, including legally adopted children. ” Third, UNRWA in 1967 added refugees from the Six - Day War to its rolls ; today they constitute about a fifth of the Palestine refugee total.
यूएनआरडब्ल्यूए के स्टाफ ने तीन महत्वपूर्ण कदम उठाकर विगत वर्षों में फिलीस्तीनी शरणार्थियों की परिभाषा को बढाने का कार्य किया है । पहला, वैश्विक परिपाटी के विपरीत इसने उन लोगों को शरणार्थी का दर्जा जारी रखा जिनमें से अनेक अरब के नागरिक भी बन गये । दूसरा, इसने 1965 में ऐसा निर्णय लिया जिसकी अधिक चर्चा नहीं हुई कि “ फिलीस्तीनी शरणार्थियों” की परिभाषा बढाते हुए पुरुष शरणार्थियों की अगली पीढी को भी शरणार्थी का दर्जा दे दिया एक ऐसा परिवर्तन जिसके चलते फिलीस्तीनी शरणार्थी दर्जा अगली पीढी को चलता ही रहेगा । अमेरिकी सरकार जो कि इस एजेंसी को सबसे अधिक आर्थिक सहायता देती है उसने इस भारी परिवर्तन का आंशिक विरोध ही किया । संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने इसे 1982 में स्वीकृति दे दी, इसके अनुसार “ अब फिलीस्तीनी शरणार्थियों की परिभाषा में आधिकारिक रूप से पुरुष फिलीस्तीनी शरणार्थियों की वंशज आते हैं जिसमें कि कानूनी रूप से गोद लिये बच्चे भी शामिल हैं” । तीसरा, यूएनआरडब्ल्यूए ने सूची देखकर छह दिन के युद्ध से शरणार्थियों की सूची बढा दी, आज की तिथि में वे कुल फिलीस्तीनी शरणार्थियों का 1 \ 5 बनते हैं ।
The storage media can be uniquely identified.
भंडार मीडिया विशिष्ट रूप में पहचााना गया है
The menu for meals on my Turkish Airlines flight earlier this month assured passengers that food selections “ do not contain pork. ” The menu also offered a serious selection of alcoholic drinks, including champagne, whiskey, gin, vodka, rakı, wine, beer, liqueur, and cognac. This oddity of simultaneously adhering to and ignoring Islamic law, the Shari ' a, symbolizes the uniquely complex public role of Islam in today ' s Turkey, as well as the challenge of understanding the Justice and Development Party which has dominated the country ' s national government since 2002.
तुर्की की चर्चा इस माह के आरम्भ में तुर्की एयरलाइंस के भोजन की सूची में यात्रियों के लिये सुनिश्चित किया गया कि भोजन को चुनने में “ सूअर का माँस” नहीं रहे । इस सूची में गम्भीर रूप से चुने हुए एल्कोहल पेय रहे जिसमें कि शैम्पेन, व्हिस्की, जिन, वोदका, राकी, शराब, बीयर, लिकर और कोगनाक थे । इस प्रकार एक साथ अस्वाभाविक रूप से इस्लामी कानून शरिया को अपनाने औ उसकी उपेक्षा करना आज के तुर्की के सार्वजनिक जीवन में अद्बुत रूप से जटिल ढंग से इस्लाम की भूमिका का कहीं न कहीं प्रतीक भी है साथ ही यह जस्टिस एंड डेवलेपमेंट पार्टी को समझने की चुनौती भी प्रस्तुत करता है जिसने कि तुर्की की राष्ट्रीय सरकार पर 2002 से ही नियंत्रण स्थापित कर रखा है ।
The common element, the New York Times notes, is that incidents of polio are now located “ almost exclusively in Muslim countries or regions. ” That ' s because, scientists hypothesize, the polio infection traveled from Nigeria in a uniquely Muslim way - via the hajj, or pilgrimage to Mecca, which took place in January 2005. Testing confirms that all three Asian strains of the disease originated in northern Nigeria. In response, the WHO is talking tough, as U. N. organizations too rarely do, complaining that Muslim governments have contributed a trivial US $ 3 million to the $ 4 billion anti - polio campaign and demanding more funds from them. David L. Heymann of the WHO also said: “ It would be a good sign for Islamic countries to see other Islamic countries giving. But they ' ve come in more slowly than we expected. ”
न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार पोलियो से संबंधित घटनाओं का क्षेत्र लगभग मुस्लिम देशों या उसके आस - पास जुड़ा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि वैज्ञानिकों की कल्पना के अनुसार पोलियो का संक्रमण नाइज़ीरिया से हज के द्वारा अन्य देशों को पहुँच रहा है. इस बात की सच्चाई की जाँच से पता चला है कि इस रोग के शिकार तीनों एशियाई मूल रुप से उत्तरी नाइज़ीरिया के हैं. इसके जवाब में विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित संयुक्त राष्ट्र संघ की संस्थाओं ने कठोर रुख अपनाते हुए कहा है कि चार करोड़ डालर के पोलियो विरोधी अभियान में तीस लाख डालर का योगदान ही मुस्लिम देशों का है और इन्हें अपना योगदान और बढ़ाना चाहिए. विश्व स्वास्थ्य संगठन के डेविड एल हेमन ने भी कहा कि इस्लामी देशों के लिए यह अच्छा संकेत होगा कि वे देखें कि अन्य इस्लामी देश मदद कर रहे हैं लेकिन उनका योगदान हमारी अपेक्षा से कहीं अधिक धीमा है.
Record key is the key where columns or fields are uniquely identify the record.
अभिलेख कुंजी वह कुंजी है, जहां कॉलम या क्षेत्र अद्वितीय रूप से अभिलेख को पहचानते हैं ।
In computing, Process identifier is a number used by some operating system to uniquely identify a process.
संगणन में, प्रक्रम अभिज्ञापक एक संख्या होती है, जो एक प्रक्रिया को विशिष्ट रूप से पहचानने के लिए किसी प्रचालन तंत्र द्वारा प्रयोग की जाती है ।
The Muslim Brotherhood is less formidable than its reputation suggests. The Muslim Brotherhood is not a powerhouse. The organization suffers from major problems. First, hot - headed and violent Islamists despise it. Al - Qaeda recently blasted it for taking part in elections and ridiculed it for being on the path to becoming “ secular and falsely affiliated with Islam. ” Second, the brotherhood is weak on the ground. Hesham Kassem of the Egyptian Organization for Human Rights notes that its membership does not exceed 100, 000 which, in a country of 80 million, means it “ is not really a grass roots movement” but a coddled institution benefiting from being uniquely tolerated. Genuine political competition should diminish its appeal.
मुस्लिम ब्रदरहुड शक्ति का केंद्र नहीं है - संगठन के समक्ष कई समस्यायें हैं । पहला, उग्रवादी और हिंसक इस्लामवादी इसे पूरी तरह निरस्त करते हैं । अभी हाल में अल कायदा ने इसे चुनावों में भाग लेने के लिये इसकी निंदा की थी और इसके लिये लताडा था कि यह सेक्युलर मार्ग पर है और स्वयं को गलत ढंग से इस्लाम के साथ जोडे हुए है । दूसरा, ब्रदरहुड वास्तविक रूप में धरातल पर कमजोर है । इजियप्टिन आर्गनाइजेशन फार ह्युमन राइट्स के हेशाम कासिम के अनुसार इसकी सदस्य संख्या 1 लाख से आगे नहीं है और 8 करोड के देश में यह संख्या इस बात का प्रमाण है कि यह वास्तविक धरातल का संगठन नहीं है वरन यह ऐसे ही चल रहा है । सही अर्थों में जब राजनीतिक प्रतिस्पर्धा होगी तो इसकी लोकप्रियता घटेगी ।
Just as Christianity became part of the democratic process, so can Islam. This transformation will surely be wrenching and require time. The evolution of the Catholic Church from a reactionary force in the medieval period into a democratic one today, an evolution not entirely over, has been taking place for 700 years. When an institution based in Rome took so long, why should a religion from Mecca, replete with its uniquely problematic scriptures, move faster or with less contention ?
यदि इस बात को दूसरे ढंग से रखें तो निश्चित रूप से इस्लाम अपनी मूल भावना में अलोकतांत्रिक है तो क्या सभी पूर्व आधुनिक समाज और धर्म तो ऐसे ही थे ।
Note a pattern ? Other than the sui generis Palestinian case, one main danger threatens to undo the good news: that a too - quick removal of tyranny unleashes Islamist ideologues and opens their way to power. Sadly, Islamists uniquely have what it takes to win elections: the talent to develop a compelling ideology, the energy to found parties, the devotion to win supporters, the money to spend on electoral campaigns, the honesty to appeal to voters, and the will to intimidate rivals.
इसी प्रकार सउदी चुनाव इस्लामवादी प्रत्याशियों के लिए वरदान सिद्ध हो रहे हैं.
Limited in time and place: It applied uniquely to Jews in Medina in the seventh century. Limited to non - Muslims who live under and accept Muslim rule: Some jurists say it applies only to “ Peoples of the Book” ; others say it applies to all infidels.
उन गैर मुस्लिमों तक सीमित जो इस्लामिक शासन स्वीकार कर उसके अधीन रहते हैं - कुछ विधिशास्रियों का मानना है कि यह केवल किताबी लोगों अर्थात् जो किताब में विश्वास करते हैं जैसे ईसाई, यहूदी और पारसी तक सीमित है जबकि शेष का मानना है कि यह सभी काफिरों के लिए है.