नस्लभेद
जातीयता
जातिवाद
नस्लवाद
2. 17 The view taken in this Report is that institutional racism is a disorder in an organisation, which is likely to occur from time to time, in greater or less degree, and has to be tackled whenever it occurs or recurs. 2. 17इस
रिपोर्ट में अपनाया गया दृष्टिकोण यह है कि संस्थागत नस्लवाद किसी संगठन में एक अव्यवस्था है, जिसके अमय अमय पर कम या ज्यादा मात्रा में होते रहने की संभावना है, और जब भी यह होती है या दोबारा होती है, इसका तभी सामना किया जाना चाहिए । भाष् ;
2. 17 The view taken in this Report is that institutional racism is a disorder in an organisation, which is likely to occur from time to time, in greater or less degree, and has to be tackled whenever it occurs or recurs.
इस रिपोर्ट के उद्देश्यों के लिए अपनाया गया मानदंड यह है ।
Note the evolution: As belief in racial differences and racial superiority wanes in polite society, some parties expand the meaning of racism to condemn political decisions such as worrying about too much immigration, preferring one ' s own culture, fearing radical Islam, and implementing effective counterterrorist measures. This attempt to delegitimize political differences must be rejected. racism refers only to racial issues, not to views on immigration, culture, religion, ideology, law enforcement, or military strategy. Related Topics: Immigration, Muslims in the West receive the latest by email: subscribe to daniel pipes ' free mailing list This text may be reposted or forwarded so long as it is presented as an integral whole with complete and accurate information provided about its author, date, place of publication, and original URL. Comment on this item
नस्लवादी विरोध और नस्लीय श्रेष्ठता की भावना विनम्र समाज में क्षीण हो जाती है. कुछ राजनीतिक दल नस्लवाद के अर्थ को खींचकर उन राजनीतिक निर्णयों तक ले जाते हैं जो आप्रवासियों की बढ़ती आमद से चिंतित हो कर उठाये जाते हैं या अपनी संस्कृति के प्रति चिंतित हो कर उठाए जाते हैं या फिर कट्टरपंथी इस्लाम से भयभीत हो कर आतंकवाद प्रतिरोध के लिए उठाए जाते हैं. इस प्रकार राजनीतिक मतभेदों को अमान्य करने के प्रयासों को अस्वीकार किया जाना चाहिए. नस्लवाद केवल नस्ल से जुड़े मुद्दों को इंगित करता है न कि आप्रवासी, संस्कृति, धर्म, विचारधारा, कानून प्रवर्तन या सैन्य रणनीति को.
In addition, many Europeans no longer cherish their history, mores, and customs. Guilt about fascism, racism, and imperialism leave many with a sense that their own culture has less value than that of immigrants. Such self - disdain has direct implications for Muslim immigrants, for if Europeans shun their own ways, why should immigrants adopt them ? When added to the already - existing Muslim hesitations over much that is Western, and especially what concerns sexuality, the result are Muslim populations that strongly resist assimilation. The logic of this first path leads to Europe ultimately becoming an extension of North Africa.
इसके अतिरिक्त अनेक यूरोपीय लोग अपनी इतिहास, परम्परा से लगाव नहीं रखते । फासीवाद, नस्लवाद और साम्राज्यवाद के चलते बहुत से लोगों के अन्दर यह भावना घर कर गयी है कि उनकी संस्कृति का मह्त्व आप्रवासियों से कमतर है । इस आत्म अवमानना की प्रवृत्ति का सीधा असर आप्रवासियों पर होता है यदि यूरोपवासी स्वयं अपने मूल्यों को छोड रहे हैं तो क्योंकर आप्रवासी अपनायें । पश्चिम के अस्तित्वमान मूल्यों के प्रति मुस्लिम हिचकिचाहट और विशेषकर यौन सम्बन्धी मामलों का परिणाम यह होता है कि मुस्लिम जनसंख्या आत्मसातीकरण का तीव्र प्रतिरोध करती है । इस प्रथम मार्ग का तर्क यही दिखाता है कि यूरोप अंततः उत्तरी अफ्रीका का विस्तार मात्र बनता जा रहा है ।
Today, most of Africa is master of itself except for a few countries where racism, the worst form of colonialism, is making a last - ditch stand.
आज यहां के थोडे - से देशों के छोड़, जहां रंगभेद के रूप में उपनिवेशवाद का जघन्यतम रूप अपने आपको बनाए रखने की आखिरी कोशिश में हैं, शेष सभी अफ्रीका स्वाधीन हो चुका है ।
Institutional racism occurs wherever the service provided by an organisation fails - whether deliberately or not - to meet equally the needs of all the people whom it serves, having regard to their racial, ethnic or cultural background.
जब भी किसी संगठन के द्वारा दी जाने वाली सेवा, लोगों की नस्ल, जाती या संस्कृतिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखकर - जानबूझकर अतवा अनजाने में - उन सभी व्यक्तियों की ज़रुरतों को समान रूप से पूरा करने में असफल रहती है, जिनको यह सेवा दी जाती है, तो यह संस्थागत नस्लवाद होता है । भाष् ;
Institutional racism occurs wherever the service provided by an organisation fails - whether deliberately or not - to meet equally the needs of all the people whom it serves, having regard to their racial, ethnic or cultural background. 2. 16संस्थागत
नस्लवाद के मुद्दे पर काफ़ी विमर्श हो चुका है, और इसकी परिभाषा पर काफ़ी बहस हो चुकी है ।
It is a racism that is not just directed at those with darker skins, from the former colonial territories, but at the newer categories of the displaced, the dispossessed, and the uprooted, who are beating at Western Europe ' s doors, the Europe that helped displace them in the first place. It is a racism, that is, that cannot be color - coded, directed as it is at poor whites as well, and is therefore passed off as xenophobia, a “ natural” fear of strangers. Oxford -
इसका सिद्धांत है कि प्रत्येक नस्ल में कुछ अलग विशेषतायें, योग्यताएं या लक्षण होते हैं. इससे ही दूसरी नस्ल के प्रति भेदभाव या विरोध होता है.
2. 19 Under Ministerial leadership, first from Lord Hardie and continued under the present Lord Advocate, the Crown Office and Procurator Fiscal Service have taken systematic action to eradicate institutional racism. 2. 19
पहले लार्ड हारडी Lord Hardie और उसके बाद वर्तमान लार्ड एडवोकेट Lord Advocate के संरक्षण में जारी, मंत्री नेतृत्व के अंतर्गत, क्राउन अॅाफ़िस और प्रोक्यूरेटर फिस्कल सर्विस ने संस्थागत नस्लवाद को ख़त्म करने के लिए व्यवस्थित कार्यवाही की है ।
Once racism is un - moored from racial characteristics, it is a small step to apply it to Muslims. Indeed, Liz Fekete of IRR discovers “ anti - Muslim racism” in the legislation, policing, and counter - terrorist measures deriving from the “ war on terror”. She also sees the French banning of the hijab in public schools, for example, as a case of “ anti - Muslim racism. ” Others at IRR allege that “ Muslims and those who look like Muslims are the principal targets of a new racism. ”
एक नस्लवाद नस्लीय स्वतंत्रताओं से पूरी तरह स्वतंत्र है जो मुसलमानों पर प्रयोग हो सकता है. आई. आर. आर की लिज फेकेट ने खोज निकाला है कि आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध से मुस्लिमविरोधी नस्लवाद उभर रहा है जो विधानों, नीतियों तथा आतंकवाद प्रतिरोधी उपायों में प्रयोग में आ रहा है. उनका यह भी कहना है कि फ्रांस के स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध मुस्लिमविरोधी नस्लवाद का ही उदाहरण है. आई आर. आर में अन्य लोगों का कहना है कि मुसलमान तथा अन्य लोग जो मुसलमानों की भांति दिखते हैं वे सभी नई नस्लवाद के शिकार हैं.