संत
एकांतवासी
तपस्वी
संन्यासी
जोगी
मुनि
तपसी
वानप्रस्थ
त्यागी
The natural union of Becoming and Being, matter and spirit, was slowly restored during the early years of the young hermit ' s life at Virupaksha Cave.
विरुपाक्ष गुफा में वास के आरम्भ के कुछ वर्षों में ब्राह्मण स्वामी के जीवन में धीरे - धीरे फिर से भौतिक जगत और सत् का, पदार्थ और आत्मा का स्वाभाविक मिलन हुआ ।
Perhaps the earliest Western seeker to come under the Maharshi ' s influence was F. H. Humphreys, of the Indian Police Service, who visited the hermit on the hill in 19, 11.
महर्षि के प्रभाव में आने वाले सबसे पहले पाश्चात्य साधक, संभवतः, भारतीय पुलिस सेवा के एफ. एच. हंफ्रीज थे, जो महर्षि के दर्शन के लिए 1911 में पर्वत पर आये थे ।
The monkeys in search of Sita and was witness to the hermit in a cave.
सीता की खोज में गये वानरों को एक गुफा में एक तपस्विनी के दर्शन हुये ।
He also records: The hermit cloak bestowed on me by my Guru is for me a priceless treasure.
यह भी कहते हैं: मुझे गुरू ने जो गुदड़ी दी है, वह मेरे लिए अमूल्य निधि है ।
And when Shah supplied the missing line: The hills are tough, but they are a boon the hermit asked for the third and final line and Shah recited it as well: Gather your aches to reach Him soon.
जब शाह ने दूसरी पंक्ति दीः दुर्गम मार्ग है तो क्या, उसे वरदान बना दूँगी, तभी सन्यासी ने तीसरी तथा अन्तिम पंक्ति बताने का शाह से आग्रह किया ।
Looking back on her own past, one sees more of the ivory tower than the hermit cell, for she was still a girl when she wrote this verse.
उनके अतीत पर नज़र डालने से हमें शीशमहल ही ज्यादा दिखाई देता है तपस्वी - गुफा के अपेक्षा ; कयोंकि जब उन्होंनें यह पऋ लिखा तब वे लड़की ही थीं ।
He is in hermit ' s attire, his grief is without end, he salutes in the direction of Rama.
वह वल्कल पहने हैं, उसकी वेदना है अनन्त, वह राम की दिशा में करता है प्रणाम ।
Mahdeviji was leading life of a hermit.
महादेवी जी का जीवन तो एक संन्यासिनी का जीवन था ही ।
Wiping her tears, she told Naina that since her beloved son had died, she had give up all womanly vanity and lived the life of a hermit, even though she lived in the palace.
अपने आंसुओं को पोंछते हुए रानी ने नैना से कहा कि यद्यपि वह महल में रहती है पर अपने पुत्र की मृत्यु के बाद स्त्रियोचित श्रृंगार से परहेज करती है वह अब एक संयासिन की जिंदगी बिता रही है ।
In private life he was simple and abstemious like a hermit.
अपने निजी जीवन में वे सरल और साधु की तरह परहेज़ी थे ।