गाने के बारे में जानकारी
यह गाना फ़िल्म "Aayi Milan Ki Raat" से है।
इस गाने के बोल Sameer ने लिखे हैं।
===================
गाने के बोल
सावन का महीना आया है घटा से बरसा है पानी
वे माहिया बुझा दे प्यास जिया की हो
ऐसे में तूने जो छुआ मेरी भी महकी जवानी
वे माहिया बुझा दे ॥।
तेरे हुस्न शबाब की बात हुई या मदिरा की बरसात हुई
मौसम भी शराबी लगता है मुझे भी चढ़िया नशा है
वे माहिया बुझा दे ॥।
कोई ज़ोर न दिल पे चलता है बारिश में बदन मेरा जलता है
बूंदों में छुपी है चिंगारी हवा भी सुइयां चुभाये
वे माहिया बुझा दे ॥।
हम मिलते रहे जनम जनम न होंगे जुदा हम मिल के सनम्
आ इक दूजे में खो जायें रहे न कोई भी दूरी
वे माहिया बुझा दे ॥।