अचला : भगवान।
अच्युत : अचूक प्रभु, या जिसने कभी भूल ना की हो।
अद्भुतह : अद्भुत प्रभु।
आदिदेव : देवताओं के स्वामी।
अदित्या : देवी अदिति के पुत्र।
अजंमा : जिनकी शक्ति असीम और अनंत हो।
अजया : जीवन और मृत्यु के विजेता।
अम्रुत : अमृत जैसा स्वरूप वाले।
अनादिह : सर्वप्रथम हैं जो।
आनंद सागर : कृपा करने वाल
अनंता : अंतहीन देव
अनंतजित : हमेशा विजयी होने वाले।
अनिरुध्दा : जिनका अवरोध न किया जा सके।
अपराजीत : जिन्हें हराया न जा सके।
अव्युक्ता : माणभ की तरह स्पष्ट।
बालगोपाल : भगवान कृष्ण का बाल रूप।
बलि : सर्व शक्तिमान।
चतुर्भुज : चार भुजाओं वाले प्रभु।
दानवेंद्रो : वरदान देने वाले।
दयालु : करुणा के भंडार।
दयानिधि : सब पर दया करने वाले।
देवाधिदेव : देवों के देव
देवकीनंदन : देवकी के लाल (पुत्र)।
देवेश : ईश्वरों के भी ईश्वर
धर्माध्यक्ष : धर्म के स्वामी
द्वारकाधीश : द्वारका के अधिपति।
गोपाल : ग्वालों के साथ खेलने वाले।
गोपालप्रिया : ग्वालों के प्रिय
गोविंदा : गाय, प्रकृति, भूमि को चाहने वाले।
ज्ञानेश्वर : ज्ञान के भगवान
हरि : प्रकृति के देवता।
हिरंयगर्भा : सबसे शक्तिशाली प्रजापति।
ऋषिकेश : सभी इंद्रियों के दाता।
जगद्गुरु : ब्रह्मांड के गुरु
जगदिशा : सभी के रक्षक
जगन्नाथ : ब्रह्मांड के ईश्वर।
39 जनार्धना : सभी को वरदान देने वाले।
जयंतह : सभी दुश्मनों को पराजित करने वाले।
ज्योतिरादित्या : जिनमें सूर्य की चमक है।
कमलनाथ : देवी लक्ष्मी की प्रभु
कमलनयन : जिनके कमल के समान नेत्र हैं।
कामसांतक : कंस का वध करने वाले।
कंजलोचन : जिनके कमल के समान नेत्र हैं।
केशव :
कृष्ण : सांवले रंग वाले।
लक्ष्मीकांत : देवी लक्ष्मी की प्रभु।
लोकाध्यक्ष : तीनों लोक के स्वामी।
मदन : प्रेम के प्रतीक।
माधव : ज्ञान के भंडार।
मुरलीधर : मुरली धारण करने वाले।
कुछ अन्य सूचियाँ हैं: