शिक्षा या शादी ?

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Shivani Tiwari
Feb 23, 2019   •  46 views

चलिए थोडा़ बात कर लेते है भारत की शिक्षा व्यवस्था के बारे में.......
जैसा की हम सभी जानते हैं, आज के समय मे शिक्षित होना बहुत जरूरी है; वह चाहे स्त्री हो या पुरूष। लेकिन आज के समय मे लोगों ने शिक्षा का मजाक बना कर रख दिया हैं।

हमारे भारत मे आज भी ऐसे कई गॉव है, जहॉ बेटियों को नही पढा़या जाता, क्यु ? क्योकि वो बेटियां है, उनको पढा़ना लिखाना सही नही है, बेटिया तो पराया धन होती है,उनके लिए जरूरी है कि उनकी बच्चियॉ घर का काम सीखें तभी आगे चलकर गृहस्थी सम्भाल पायेगी। पढा़ई से ज्यादा जरूरी उनके लिए बेटियों की छोटी आयु मे शादी करना है, आखिर क्यु है ऐसा? क्या शिक्षा केवल लड़को का हक है?ना जाने ये भेदभाव की भावना कब खत्म होगी।

खैर.....आपने बिहार के बारे मे तो सुना ही होगा..... वहॉ की शिक्षा व्यवस्था लाजवाब है। बच्चों को परिक्षा मे उनके ही टीचर नकल करवाते है अगर उतना ही समय पढा़ने मे लगाये तो शायद नकल की जरूरत ना हो। टीचर यह नही सोचते की ऐसा करके वो बच्चों का भविष्य बरबाद कर रहें है।

About the education Nelson Mandela said.....
"Education is the most powerful weapon which you can use to change the World".
सोचिए अगर इस देश का हर एक नागरिक शिक्षित हो तो हमारा देश कितना आगे बढ़ सकता है।
शिक्षा से सम्बन्धित माननीय प्रधानमंत्री ने बहुत से मुहिम
भी चलायें है जैसे- सर्व शिक्षा अभियान, सब पढे़ सब बढ़े आदि, ताकि इस देश का कोई भी बच्चा अशिक्षित ना रहे। लेकिन हम इस देश के लोगों की सोच का कुछ नही कर सकते।

ऐसे कई स्कूल है जहॉ न टीचर समय से पढा़ने आते है और ना बच्चे पढ़ने। आपने बहुत बार न्यूज मे देखा भी होगा कुछ स्कूलों मे ऐसे टीचर भी होते है जिन्हें खुद कुछ नही आता, तो जरा सोचिए.... वो आपके बच्चों को क्या सिखायेगें। जहॉ तक मुझे लगता है इसका मुख्य कारण आरक्षण है।

फिलहाल तो इस देश की शिक्षा व्यवस्था दिनोदिन बिगड़ती जा रही है, हमें इस पर गम्भीरता से विचार करना चाहिए।

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