आज जैसे - जैसे हम आधुनिक होते जा रहे है, वैसे - वैसे हमारी जरुरते भी बढ़ती जा रही है, और हम अपनी जरूरत के लिए बस मशीनों पर निर्भर रह रहे है, और प्रकृति से दूर होते का रहे है, जिसकी वजह से आज हमे बहुत से प्रकार कि बीमारियां होती जा रही है।
आज हम यंत्रों से ही घीरे रह रहे है, और प्रकृति से दूर होते जा रहे है।
आज के आधुनिक युग की सबसे बड़ी देन मोबाइल फोन और कंप्यूटर है, जिसकी मदद से लोग सभी कार्य आसानी से कर लेते है।
आज के इस मॉर्डन युग के वजह से सभी बड़ी हानि पेड़ -पौधों को हुई है।
आज जनसंख्या इतनी बढ़ गई है , कि लोगों के पास रहने को घर नहीं है, जिसके कारण आज वनो की अंधाधुन कटाई हो रही है।
वनों की कटाई के वजह से हमारा वातावरण भी बिगड़ रहा है, आज बहुत से प्रकार के प्रदूषण से हम घीरे हुए है, जिनका कारण वनों की तेजी से हो रही कटाई ही है।
वनों के कटाई से हमारे जीवन पर बहुत ही गहरा असर पड़ता है, हमे तमाम तरह के रोग आके जकड़ लेते है।
जिसके वजह से हम काफी कमज़ोर हो जाते है।
कहीं ना कहीं वनों के कटाई के लिए ज़िम्मेदार हम खुद है, क्यू कि आज हमारी जरुरते बहुत बढ गई है, जिसके कारण हम वनो को काट कर अपना घर बना रहे है।
पेड़ो के होने से हमारे वातावरण में संतुलन बना रहता है, और हमे शुद्ध तथा ताज़ी हवा मिलती है।
पेड़ पौधे के कारण भूमि का कटाव भी काम होता है, और मिट्टी कि उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है।
पेड़ पौधे के होने से प्रदुषण में भी कमी आती है, और हमे स्वस्थ जीवन बिताने में मदद मिलती है।