भारत अपने संस्कृति और सभ्यता के कारण संपूर्ण विश्व में जाना जाता हैं, भारतीय सभ्यता को पूरे विश्व में सराहा जाता है। भारत में ऐसी बहुत से परंपराएं हैं,जो अपने में ही अनोखी है।
जहां एक ओर भारतीय सभ्यता को दुनिया भर में प्रशंसा मिल रही हैं, वहीं भारत मेंयह परम्परा गुम सी होती दिखाई दे रही है।
वर्तमान समय में आज भारतीय युवाओं के अंदर पश्चिमी सभ्यता के प्रति झुकाव अधिक होता जा रहा है,लोग वेस्टर्न ड्रेसेज को भारतीय परिधान से ज्यादा महत्व दे रहे हैं, उनका रहन - सहन भी अब काफी हद तक बदलता दिखाई दे रहा है, लोग वेस्टर्न कल्चर के प्रति ज्यादा झुक रहे है।
आज के शिक्षा प्रणाली में भी पश्चिमी सभ्यता के ओर झुकाव को देखा जा सकता है,आज हर तरफ अंग्रेजी माध्यम के स्कूल दिखाई दे रहे है, लोग अपने बच्चो को भारतीय शिक्षा प्रणाली से शिक्षा देनापसंद नहीं कर रहे है, हर जगह अंग्रेजी का ही बोलबाला दिखाई दे रहा है।
आज भारत में हिंदी बोलने वालो को अंग्रेजी बोलने वालो से काम समझा जाता है, जिससे कहीं ना कहीं देश की भाषा का भी अपमान हो रहा है।
लोग वेस्ट कल्चर के प्रभाव में आने के कारण ये भी नहीं समझ पा रहे है, कि जिस देश की भाषा का सम्मान करना चाहिए, आज वो भाषा बस कुछ लोगो के कारण प्रभावित हो रही है।
आज लोगो के खानपान पर भी पश्चिमी सभ्यता का असर दिखाई दे रहा है, लोग फास्ट फूड अधिक पसंद कर रहे है।
हम सब आज वेस्टर्न कल्चर की नक़ल करने में इतना खो गए है, कि हमें अपने ही संस्कारों से अलग होते जा रहे है।
भूतकाल में जो आदर और सम्मान गुरु व शिष्यों के मध्य देखा जाता था, वो भी अब काम दिखाई दे रहा है, क्यूकी आज शिक्षा भी वेस्टर्न कल्चर के प्रभाव में आ गई है,और भारतीय शिक्षा प्रणाली कहीं गुम हो गई है।
हर एक क्षेत्र में विदेशी प्रभाव दिखाई दे रहा है, विदेश से आए पर्यटकों को देख लोग उनके जैसे परिधान पहना चाहते है, लोग विदेशी को फैशन का नाम दे कर अपना रहे है, जबकि विदेशो से आए लोग भारतीय संस्कृति को बहुत सराहते हैं, और इस संस्कृति में ढालना चाहते है, सवाल ये नहीं है, कि आज हम विदेशी कल्चर को क्यू अपना रहे है, सवाल ये है, कि हम अपने ही संस्कृति को क्यू भूल रहे है, जो हमारी पहचान है ।