महीनता
विरलता
दुबलापन
पतलापन
तनुता
Fatness
The Mind can only be aware of the Self in a mentalised spiritual thinness, only of the mind - reflected Sach - chidananda.
' मन ' मानसभावापन्न आध्यात्मिक सूक्ष्मता में केवल आत्मा का, मन में प्रतिबिम्बित २९८ योग - समन्वय सच्चिदानन्द का ही ज्ञान प्राप्त कर सकता है ।