चुप्पा
कम बोलने वाला
गैरमिलनसार
वाक् संयमी
मित भाषी
मौन रहने वाला
Untalkative
Self-effacing
Believers, do not enter the houses of the Prophet, unless you are invited for a meal. Do not linger until a meal is ready. When you are invited enter and when you have taken your meal, depart. Do not stay on, indulging in conversation. Doing that causes annoyance to the Prophet, though he is too reticent to tell you so, but God is not reticent with the truth. When you ask for anything, ask them from behind a curtain. That will be purer for your hearts as well as their hearts. It is not right for you to cause annoyance to the Messenger of God or for you ever to marry his wives after him. Indeed that would be an enormity in the sight of God.
ऐ ईमानदारों तुम लोग पैग़म्बर के घरों में न जाया करो मगर जब तुमको खाने के वास्ते इजाज़त दी जाए उसके पकने का इन्तेज़ार न करो मगर जब तुमको बुलाया जाए तो जाओ और फिर जब खा चुको तो चले जाया करो और बातों में न लग जाया करो क्योंकि इससे पैग़म्बर को अज़ीयत होती है तो वह तुम्हारा लैहाज़ करते हैं और खुदा तो ठीक से झेंपता नहीं और जब पैग़म्बर की बीवियों से कुछ माँगना हो तो पर्दे के बाहर से माँगा करो यही तुम्हारे दिलों और उनके दिलों के वास्ते बहुत सफाई की बात है और तुम्हारे वास्ते ये जायज़ नहीं कि रसूले खुदा को अज़ीयत दो और न ये जायज़ है कि तुम उसके बाद कभी उनकी बीवियों से निकाह करो बेशक ये ख़ुदा के नज़दीक बड़ा है
He was somewhat reticent about beating a lonely spiritual path leaving the company of men, nature and beauty.
मनुष्य, प्रकृति और सौंदर्य को छोड़कर वे अकेले एक सून आध्यात्मिक पथ पर चलने में हिचकिचाते हैं ।
Gouranga nodded in approval and said, Yes, all his life he had been reticent.
गौरांग ने उसकी बातों को स्वीकृति में माथा हिलाया, गम्भीर तो सब समय थे ।
Sensitive to the victimization of blacks throughout American history, whites tend to be reticent about criticizing them, especially on racial matters. - Time Magazine, May 7, 1984
अमरीका के इतिहास में अश्वेतों के साथ हुए अनवरत अत्याचार के प्रति संवेदनशील श्वेत नागरिक उनकी आलोचना करने में झिझक दिखाते हैं, खासकर जातिभेद के मामलों में । - टाइम पत्रिका, मई 7, 1984
An interesting feature of an autobiography is that even when the writer is discreet or reticent, he does reveal himself though what he obscures is often as significant as what he recounts.
आत्मकथा का एक दिलचस्प लक्षण यह है कि जब लेखक सावधान या मितभाषी भी है, तब भी वह अपने को जाहिर करता है, हालांकि जो वह छिपाता है, वह अक्सर चित्रण किए जाने जितना ही महत्वपूर्ण होता है ।
Sensitive to the victimization of blacks throughout American history, whites tend to be reticent about criticizing them, especially on racial matters. - Time Magazine, May 7, 1984
अमरीका के इतिहास में अश्वेतों के साथ हुए अनवरत अत्याचार के प्रति संवेदनशील श्वेत नागरिक उनकी आलोचना करने में झिझक दिखाते हैं, खासकर जातिभेद के मामलों में. - टाइम पत्रिका, मई 7, 1984
Believers, do not enter the houses of the Prophet, unless you are invited for a meal. Do not linger until a meal is ready. When you are invited enter and when you have taken your meal, depart. Do not stay on, indulging in conversation. Doing that causes annoyance to the Prophet, though he is too reticent to tell you so, but God is not reticent with the truth. When you ask for anything, ask them from behind a curtain. That will be purer for your hearts as well as their hearts. It is not right for you to cause annoyance to the Messenger of God or for you ever to marry his wives after him. Indeed that would be an enormity in the sight of God.
ऐ ईमान लानेवालो! नबी के घरों में प्रवेश न करो, सिवाय इसके कि कभी तुम्हें खाने पर आने की अनुमति दी जाए । वह भी इस तरह कि उसकी तैयारी की प्रतिक्षा में न रहो । अलबत्ता जब तुम्हें बुलाया जाए तो अन्दर जाओ, और जब तुम खा चुको तो उठकर चले जाओ, बातों में लगे न रहो । निश्चय ही यह हरकत नबी को तकलीफ़ देती है । किन्तु उन्हें तुमसे लज्जा आती है । किन्तु अल्लाह सच्ची बात कहने से लज्जा नहीं करता । और जब तुम उनसे कुछ माँगों तो उनसे परदे के पीछे से माँगो । यह अधिक शुद्धता की बात है तुम्हारे दिलों के लिए और उनके दिलों के लिए भी । तुम्हारे लिए वैध नहीं कि तुम अल्लाह के रसूल को तकलीफ़ पहुँचाओ और न यह कि उसके बाद कभी उसकी पत्नियों से विवाह करो । निश्चय ही अल्लाह की दृष्टि में यह बड़ी गम्भीर बात है
Believers, do not enter the houses of the Prophet, unless you are invited for a meal. Do not linger until a meal is ready. When you are invited enter and when you have taken your meal, depart. Do not stay on, indulging in conversation. Doing that causes annoyance to the Prophet, though he is too reticent to tell you so, but God is not reticent with the truth. When you ask for anything, ask them from behind a curtain. That will be purer for your hearts as well as their hearts. It is not right for you to cause annoyance to the Messenger of God or for you ever to marry his wives after him. Indeed that would be an enormity in the sight of God.
ऐ ईमान लानेवालो! नबी के घरों में प्रवेश न करो, सिवाय इसके कि कभी तुम्हें खाने पर आने की अनुमति दी जाए । वह भी इस तरह कि उसकी तैयारी की प्रतिक्षा में न रहो । अलबत्ता जब तुम्हें बुलाया जाए तो अन्दर जाओ, और जब तुम खा चुको तो उठकर चले जाओ, बातों में लगे न रहो । निश्चय ही यह हरकत नबी को तकलीफ़ देती है । किन्तु उन्हें तुमसे लज्जा आती है । किन्तु अल्लाह सच्ची बात कहने से लज्जा नहीं करता । और जब तुम उनसे कुछ माँगों तो उनसे परदे के पीछे से माँगो । यह अधिक शुद्धता की बात है तुम्हारे दिलों के लिए और उनके दिलों के लिए भी । तुम्हारे लिए वैध नहीं कि तुम अल्लाह के रसूल को तकलीफ़ पहुँचाओ और न यह कि उसके बाद कभी उसकी पत्नियों से विवाह करो । निश्चय ही अल्लाह की दृष्टि में यह बड़ी गम्भीर बात है
Believers, do not enter the houses of the Prophet, unless you are invited for a meal. Do not linger until a meal is ready. When you are invited enter and when you have taken your meal, depart. Do not stay on, indulging in conversation. Doing that causes annoyance to the Prophet, though he is too reticent to tell you so, but God is not reticent with the truth. When you ask for anything, ask them from behind a curtain. That will be purer for your hearts as well as their hearts. It is not right for you to cause annoyance to the Messenger of God or for you ever to marry his wives after him. Indeed that would be an enormity in the sight of God.
ऐ ईमानदारों तुम लोग पैग़म्बर के घरों में न जाया करो मगर जब तुमको खाने के वास्ते इजाज़त दी जाए उसके पकने का इन्तेज़ार न करो मगर जब तुमको बुलाया जाए तो जाओ और फिर जब खा चुको तो चले जाया करो और बातों में न लग जाया करो क्योंकि इससे पैग़म्बर को अज़ीयत होती है तो वह तुम्हारा लैहाज़ करते हैं और खुदा तो ठीक से झेंपता नहीं और जब पैग़म्बर की बीवियों से कुछ माँगना हो तो पर्दे के बाहर से माँगा करो यही तुम्हारे दिलों और उनके दिलों के वास्ते बहुत सफाई की बात है और तुम्हारे वास्ते ये जायज़ नहीं कि रसूले खुदा को अज़ीयत दो और न ये जायज़ है कि तुम उसके बाद कभी उनकी बीवियों से निकाह करो बेशक ये ख़ुदा के नज़दीक बड़ा है
If you were reticent and overawed he appeared almost standoffish, but on the other hand if you responded quite naturally to the all - embracing love of his presence, then he treated you as one of his own.
यदि आप मूक और भयभीत रहें तो वे आपको मूक और अलग - थलग से लगेंगे, परंतु यदि आप उनकी उपस्थिति के व्यापक प्रेम के स्वाभाविक रूप से संवेदनशील हों तो उनका व्यवहार आपके प्रति बिलकुल अपनों - जैसा होगा ।