शानदार
राजसी
भव्य
शाही
In Gujarat, the peasants began to migrate across the border to the princely state of Baroda.
गुजरात में किसानों ने राज्य सीमा पार कर बड़ौदा की रियासत में विस्थापित होना शुरू किया ।
Previously they were princely state forces.
पहले वे राजसी राज्य के सैनिक बल थे ।
The princely Ruler gave no response to the demands.
कच्छ नरेश ने इन मांगों पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की ।
For the first time the princely states were brought directly into the picture because the Federal Union was to comprise of the Provinces of British India and the princely states.
पहली बार देशी रियासतें भी विचार विमर्श का सीधा विषय बनीं क्योंकि संघीय शासन में ब्रितानी भारत के प्रांतों के साथ रियासतों को भी शामिल किया जाना था ।
There was no way left for the Maharaja of the princely State of Kashmir but to release Sheikh Abdullah who was set free on 29th September, 1947.
कश्मीर की शाही रियासत के महाराजा के पास शेख अब्दुल्ला को रिहा करने के अलावा और कोई चारा न था, इसलिए 29 सितंबर 1947 को उन्हें रिहा कर दिया गया ।
After Independence, he successfully accomplished the task of integrating all the princely states into India.
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उन्होंने भारतवर्ष की सभी रियासतों का भारत संघ में सफलतम विलय करवाया था ।
His princely master was Maharaja Dhananjoy Bhanja, an educated and capable man.
इस रियासत के तत्कालीन शासक महाराजा धनंजय भंज थे, जो शिक्षित तथा योग्य व्यक्ति थे ।
Nilgiri was a small princely state adjacent to the district of Balasore, with which it has been merged after the abolition of the princely order in post - independent India.
बालेश्वर जिले से लगती हुई एक छोटी - सी देसी रियायत नीलगिरि थी, जो स्वतंत्रता के बाद अन्य देसी रियासतों की तरह भारत में मिला ली गयी थी ।
This numismatic collection presents a vast range from the punch - marked coins to those issued by the princely states in the 19th century.
यह विशाल संग्रह अनेक प्रकार के ढाल कर बनाए सिक्कों से बना है, जिन्हें 19वीं शताब्दी में राजशाही राज्यों द्वारा जारी किया गया था ।
Daughter of a Bengali educationist settled in the former princely State of Hyderabad, Sarojini Naidu, nee Chatto - padhyaya, was a precocious child and started writing poetry at a very early age.
हैदराबाद रियासत में बसे एक शिक्ष - शास्त्री की पुत्री सरोजनी चटोपाध्याय नायडू, मानसिक रूप से समय पूर्व विकसित बालिका थी और उन्होनें बहुत ही कम आयु में कविता लिखना प्रारम्भ कर दिया था ।