अच्छाई
शिष्टता
बारीकी
Subtlety
Impoliteness
What is it about democracies that at critical moments they delude themselves into thinking that they can contain their totalitarian enemies through a policy of niceness ?
यह लोकतंत्रों को क्या है कि वे नाजुक क्षणों में सोचने लगते हैं या स्वयं को इस भ्रम में रखते हैं कि वे अपने अधिनायकवादी शत्रुओं को अच्छे बनकर रोक ले जायेंगे ?