बोल
गीतात्मक
भावसूचक
गीत
गीत के शब्द
With it also came into Punjabi prosody new and quicker lyric tunes and measures.
इसके साथ पंजाबी छन्द शास्त्र में सुसंगीत और लयबद्ध नवीन और ग्राह्य गीत भी प्रचलित हुए ।
The lyric, no longer a poor relation of the epic, established itself in a kingdom of its own.
अब प्रगीत महाकाव्य की चेरी नहीं रहा, उनका खुद का सम्राज्य बन गया ।
It was full of illustrations drawn from several literaturesthe anushtup from Sanskrit, the heroic couplet, blank verse, and lyric measures from English, the Rafale from Kannada and so forth.
उसमें उन्होनें अनेक साहित्यों से उद्धरण दिये थेसंस्कृत के अनुष्टम छंद, अंग्रेजी की हीरोइक कपलेट, मुक्त छंद और प्रगति छंद कन्नड के रगले इत्यादि ।
In Noakhali Mei the lyric is concerned with the journey Mahatma Gandhi to Noakhali.
नोआखली मे काव्य का संबध महात्मा गांधी की नोआखाली यात्रा से है ।
They have been further developed on the lines of Vaisnava lyric poetry and as a result a very rich oral literature covering almost all the episodes of the love of Radha and Krsna has developed over this area.
इसके अतिरिक्त, इनमें वैष्णव प्रगीत साहित्य के तत्वों का समावेश हुआ है, परिणामस्वरुप यह क्षेत्र राधा और कृष्ण के जीवन की सभी घटनाओं पर आधारित मौखिक साहित्य से समृद्ध बन गया हैं ।
Latest lyric poetry of Mahadevi is at paramount position.
आधुनिक गीत काव्य में महादेवी जी का स्थान सर्वोपरि है ।
Not very striking as a piece of original devotional lyric but the sincerity of feeling is quite patent in the lines.
साहित्यिक मूल्यांकन 55 यह कोई बहुत मौलिक भजन नहीं है पर इन पंक्तियों में भावनाओं की प्रामाणिकता से इनकार नहीं किया जा सकता ।
For example his lyric, Sakhi Aj Hori Manao Ham Ghar Aae Murar Oh friend, let us celebrate the Holi festival today for Murar Lord Krishna has come to our house is a lyric, which in the very opening stanza prepares the reader for what is to follow.
उदाहरणार्थ, उनका गीत सखी आज होरी मनाओ मेरे घर आए मुरार एक ऐसा गीत है जो पहले ही छंद में पाठक को उसके लिये तैयार कर देता है जो आगे घटित होने वाला है ।
Bankimchandra makes a further suggestion that as the lyric widens its area of reference, as in the poetry of his own contemporaries, it can no longsr reach the pitch of intensity attained, for example, by the Vaishnava poets, say, Vidyapati and Chandidas, whose range was limited.
बंकिमचंद्र का यह भी कहना है कि जैसे - जैसे प्रगीत का संदर्भ क्षेत्र विस्तृत होता जायगा - जैसा कि उनके समयकालीनो के काव्य में हुआ - उसमें वह तीव्रता नहीं आ पायगी जो कि विद्यापति तथा चंडीदास जैसे वैष्णव कवियों में थी, क्योंकि उनका अधिक्षेत्र रेंज सीमित था ।
And the Kafi has the test and touch of a true lyric: it can be sung and must be sung.
काफ़ी में वास्तविक गीति काव्य का आस्वाद तथा आर्द्रता है, यह गेय है तथा गायी जानी चाहिए भी ।