Meaning of Lame in Hindi - हिंदी में मतलब

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Ayush Rastogi
Mar 08, 2020   •  0 views
  • असंतोषजनक

  • लंगड़ा

  • कमज़ोर

  • पंगु

  • पांगुर

  • पंगु बनाना

  • पंगुल

  • पङ्गु

  • पँगु

  • लँगड़ा करना

Synonyms of "Lame"

"Lame" शब्द का वाक्य में प्रयोग

  • There is no blame upon the blind, nor any blame upon the lame, nor any blame upon the sick, nor upon yourselves if you eat from your own houses, or your fathers’ houses, or your mothers’ houses, or your brothers’ houses, or your sisters’ houses, or the houses of your paternal uncles, or the houses of your paternal aunts, or the houses of your maternal uncles, or the houses of your maternal aunts, or those whose keys are in your possession, or those of your friends. There will be no blame on you whether you eat together or separately. So when you enter houses, greet yourselves with a salutation from Allah, blessed and good. Thus does Allah clarify His signs for you so that you may exercise your reason.
    न अंधे के लिए कोई हरज है, न लँगड़े के लिए कोई हरज है और न रोगी के लिए कोई हरज है और न तुम्हारे अपने लिए इस बात में कि तुम अपने घरों में खाओ या अपने बापों के घरों से या अपनी माँओ के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चाचाओं के घरों से या अपनी फूफियों के घरों से या अपनी ख़ालाओं के घरों से या जिसकी कुंजियों के मालिक हुए हो या अपने मित्र के यहाँ । इसमें तुम्हारे लिए कोई हरज नहीं कि तुम मिलकर खाओ या अलग - अलग । हाँ, अलबत्ता जब घरों में जाया करो तो अपने लोगों को सलाम किया करो, अभिवादन अल्लाह की ओर से नियत किया हुए, बरकतवाला और अत्याधिक पाक । इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी आयतों को स्पष्ट करता है, ताकि तुम बुद्धि से काम लो

  • No blame is there upon the blind nor any blame upon the lame nor any blame upon the sick nor on yourselves if ye eat from your houses, or the houses of your fathers, or the houses of your mothers, or the houses of your brothers, or the houses of your sisters, or the houses of your fathers ' brothers, or the houses of your fathers ' sisters, or the houses of your mothers ' brothers, or the houses of your mothers ' sisters, or whereof ye hold the keys, or of a friend. No sin shall it be for you whether ye eat together or apart. But when ye enter houses, salute one another with a greeting from Allah, blessed and sweet. Thus Allah maketh clear His revelations for you, that haply ye may understand.
    इस बात में न तो अंधे आदमी के लिए मज़ाएक़ा है और न लँगड़ें आदमी पर कुछ इल्ज़ाम है - और न बीमार पर कोई गुनाह है और न ख़ुद तुम लोगो पर कि अपने घरों से खाना खाओ या अपने बाप दादा नाना बग़ैरह के घरों से या अपनी माँ दादी नानी वगैरह के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चचाओं के घरों से या अपनी फूफ़ियों के घरों से या अपने मामूओं के घरों से या अपनी खालाओं के घरों से या उस घर से जिसकी कुन्जियाँ तुम्हारे हाथ में है या अपने दोस्तों से इस में भी तुम पर कोई इल्ज़ाम नहीं कि सब के सब मिलकर खाओ या अलग अलग फिर जब तुम घर वालों में जाने लगो तो ख़ुद अपने ही ऊपर सलाम कर लिया करो जो ख़ुदा की तरफ से एक मुबारक पाक व पाकीज़ा तोहफा है - ख़ुदा यूँ एहकाम तुमसे साफ साफ बयान करता है ताकि तुम समझो

  • There is not upon the blind constraint nor upon the lame constraint nor upon the ill constraint nor upon yourselves when you eat from your houses or the houses of your fathers or the houses of your mothers or the houses of your brothers or the houses of your sisters or the houses of your father ' s brothers or the houses of your father ' s sisters or the houses of your mother ' s brothers or the houses of your mother ' s sisters or whose keys you possess or of your friend. There is no blame upon you whether you eat together or separately. But when you enter houses, give greetings of peace upon each other - a greeting from Allah, blessed and good. Thus does Allah make clear to you the verses that you may understand.
    न अंधे के लिए कोई हरज है, न लँगड़े के लिए कोई हरज है और न रोगी के लिए कोई हरज है और न तुम्हारे अपने लिए इस बात में कि तुम अपने घरों में खाओ या अपने बापों के घरों से या अपनी माँओ के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चाचाओं के घरों से या अपनी फूफियों के घरों से या अपनी ख़ालाओं के घरों से या जिसकी कुंजियों के मालिक हुए हो या अपने मित्र के यहाँ । इसमें तुम्हारे लिए कोई हरज नहीं कि तुम मिलकर खाओ या अलग - अलग । हाँ, अलबत्ता जब घरों में जाया करो तो अपने लोगों को सलाम किया करो, अभिवादन अल्लाह की ओर से नियत किया हुए, बरकतवाला और अत्याधिक पाक । इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी आयतों को स्पष्ट करता है, ताकि तुम बुद्धि से काम लो

  • the past that it ' s somewhat lame, of sine of theta times
    यह कुछ हद तक लंगड़ा की थीटा बार की ज्या है अतीत

  • There is no fault in the blind, and there is no fault in the lame, and there is no fault in the sick. And whosoever obeys God and His Messenger, He will admit him into gardens underneath which rivers flow ; but whosoever turns his back, him He will chastise with a painful chastisement.
    न अन्धे के लिए कोई हरज है, न लँगडे के लिए कोई हरज है और न बीमार के लिए कोई हरज है । जो भी अल्लाह और उसके रसूल की आज्ञा का पालन करेगा, उसे वह ऐसे बाग़ों में दाख़िल करके, जिनके नीचे नहरे बह रही होगी, किन्तु जो मुँह फेरेगा उसे वह दुखद यातना देगा

  • There is no blame upon the blind, nor is there blame upon the lame, nor is there blame upon the sick. And whosoever obeyeth Allah and His apostle, He will cause him enter Gardens where under rivers flow ; and whosoever turneth away, him He shall torment with a torment afflictive.
    न तो अन्धे ही पर कुछ गुनाह है और न लँगड़े पर गुनाह है और न बीमार पर गुनाह है और जो शख़्श ख़ुदा और उसके रसूल का हुक्म मानेगा तो वह उसको उन सदाबहार बाग़ों में दाख़िल करेगा जिनके नीचे नहरें जारी होंगी और जो सरताबी करेगा वह उसको दर्दनाक अज़ाब की सज़ा देगा

  • It is not binding on the blind, the lame or the sick ; but those who obey God and His Apostle will be admitted by God to gardens with running streams ; but those who turn back will suffer a painful doom.
    न तो अन्धे ही पर कुछ गुनाह है और न लँगड़े पर गुनाह है और न बीमार पर गुनाह है और जो शख़्श ख़ुदा और उसके रसूल का हुक्म मानेगा तो वह उसको उन सदाबहार बाग़ों में दाख़िल करेगा जिनके नीचे नहरें जारी होंगी और जो सरताबी करेगा वह उसको दर्दनाक अज़ाब की सज़ा देगा

  • It is not an offense for the blind, the lame, or the sick not to take part in the battle. Whoever obeys God and His Messenger will be admitted to the gardens wherein streams flow. God will make whoever turns away suffer a painful torment.
    न अन्धे के लिए कोई हरज है, न लँगडे के लिए कोई हरज है और न बीमार के लिए कोई हरज है । जो भी अल्लाह और उसके रसूल की आज्ञा का पालन करेगा, उसे वह ऐसे बाग़ों में दाख़िल करके, जिनके नीचे नहरे बह रही होगी, किन्तु जो मुँह फेरेगा उसे वह दुखद यातना देगा

  • This part of the communication was lame duck
    वार्ता का यह सत्र अप्रभावी था ।

  • It is not an offense for the blind, the lame, or the sick not to take part in the battle. Whoever obeys God and His Messenger will be admitted to the gardens wherein streams flow. God will make whoever turns away suffer a painful torment.
    न तो अन्धे ही पर कुछ गुनाह है और न लँगड़े पर गुनाह है और न बीमार पर गुनाह है और जो शख़्श ख़ुदा और उसके रसूल का हुक्म मानेगा तो वह उसको उन सदाबहार बाग़ों में दाख़िल करेगा जिनके नीचे नहरें जारी होंगी और जो सरताबी करेगा वह उसको दर्दनाक अज़ाब की सज़ा देगा

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