पीपा
थपथपाना
पीटना
नली
बजाना
बेलन
ढोल बजाना
कान का परदा
ढोल
डिब्बा
बोछाड़
ढोल बजाना/बजाना
बार बार मारना
नगाड़ा
Outer drum: A 200lits. metal oil drum with the top cut out and a 12" width x 10" height hole cut in the lower side
बाहरी डिब्बा - 200 लीटर आकार का धातु निर्मित तेल का डिब्बा लें जिसका ऊपरी और निचला हिस्सा कटा हुआ हो । वह डिब्बा 12 इंच चौड़ाई 10 इंच ऊँचाई के आकार की होनी चाहिए ।
Some kind of worship of the drum has continued to much later times.
ढोल की पूजा के कुछ प्रकार काफी बाद तक प्रचलित रहे ।
In some of the stately buildings in the capital city of Trivan - drum, the Victorian touch of architecture with the local style of structure has made a heart - to - heart fusion.
त्रिवेंद्रम के कुछ भवनों में विक्टोरिया के समय की भवन निर्माण कला का स्पर्श भी है और स्थानीय निर्माण - कला का भी ।
Folk - songs belitting the occasion are sung by the women accompanied by music played by drum dhol, a bell - metal plate kansi and a pipe instrument senai.
इस अवसर पर स्त्रियां ढोल, कांसी या शहनाई की धून पर उपयुक्त लोक गीत गाती हैं ।
The village drum sets the beat as the men in bright embroidered jackets, turbans and jewellery break into a catchy boli - LRB - a dialogue song - RRB - and swirl in rhythmic pirouettes.
ढोल बजते ही चमकीली कशीदाकारी वाली जैकेटें, पगड़ियां तथा गहने धारण किए पुरुष बोली नामक संवादपूर्ण गायन के साथ मस्ती में नाचने, ज्हूमने लगते हैं.
The drum was not only martial in use but was also of great significance in peace and religious rites.
” ढोल केवल युद्ध का ही वाद्य नहीं, शांति और धार्मिक रीतियों में भी वह बड़े वाद्य यंत्र महत्व का है ।
People belonging to the Bharai community perform the ritual playing of this drum at the fair site and then all the young ones sing and dance together to the beat of these drums.
भराई जाति के लोग मेले की पूर्व - संध्या पर मेले अथवा छिंज के स्थान या गांव के भीतर टमक गाड़ते है जहां गांव के मनचले झूम - झूमकर झंझोटियां, बैंत, बोलियां आदि गाते - नाचते आनंद लेते हैं.
Right from Mohenjodaro we can trace the hourglass drum ' s occurrence and every age has depicted it in sculpture, in icons and in painting.
ढोल मोहनजोदड़ों के समय से ही हम डमरू का अस्तित्व पाते हैं और हर युग की मूर्ति एवं चित्रकला में इसको दिखाया गया है.
In the earlier phase here, as in the stupas at Bhattiprolu, Jaggayyapeta and Garikapadu, the ayaka platform alone came to be more elaborately sculptured in its stone casing as compared to the rest of the drum.
प्रारंभ में गरी कपाडू, जगटयापेट और भट्टीप्रोलू के स्तूपों में भी आयक चबूतरा अच्छी तरह सज्जित किया जाता था और उसकी ऊपरी तह पर अनेक प्रकार की सज़्जा उकेरी जाती थी. शेष बेलनाकार स्तूप पर इतनी सज़्जा नहीं होती थी.
This could be covered with skin on one or two sides producing a drum.
इसके एक या दोनों और चमड़ा मढ़ कर ढोल बना लिया जाता था.