खेल- कूद बच्चों के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है, आज जिस प्रकार से बच्चे खेल - कूद की दुनिया से दूर होते जा रहे है,उससे उनकी सेहत पर भी असर पड़ रहा है, उनका समुचित विकास नहीं हो पा रहा है, उनके अंदर टीम वर्क की भावना का विकास नहीं हो पा रहा है।
खेल - कूद बच्चो के विकास में अत्यंत सहायक होता है।
आधुनिक परिवेश में बच्चे बाहरी खेल से दूर वीडियो गेम खेलने में ज्यादा समय बिता रहे है, जिसका असर उनके दिमाग की वृद्धि पर भी पड़ रहा है, जिससे उनका दिमाग का भी विकास नहीं हो पा रहा है।
बच्चो के लिए ऐसे बहुत से खेल है जिनको खेलने से उनका समुचित विकास भी संभव है।
फुटबाल विश्व का लोकप्रिय खेल है,औरजिससे लोगों द्वारा बहुत सराहा जाता है,
फुबॉल बच्चो के लिए बहुत अच्छा माना जाता है, यह एक ऐसा खेल है जिसे 4 साल के बच्चो को भी सीख सकता है। यह गेम बच्चो को बहुत पसंद भी आता है।
फुटबॉल बच्चो के अंदर अनुसासन, टीम वर्क , फेयरनेस को लाता, यह खेल बच्चो के सम्पूर्ण विकास करने में सहायता करता है, यह बच्चो की मांसपेशियों की शक्ति, लचीलापन, वजन नियंत्रण,और हृदय धीरज को बढ़ावा देता है, यह बच्चो में संतुलन को बनाए रखता है।
यह खेल बच्चो के डर को दूर करता है, जिन बच्चो को अंदर पानी तथा उचाई के डर को कम करने में सहायता प्रदान करता है।
स्विमिंग बच्चो को स्वास नियंत्रण सिखाकर फेफड़ों को मजबूत बनाता है।
इसके नियमित अभ्यास करके मांशपेशियों में सुधार आता है।
बास्केट बॉल बच्चो को सक्रिय बनाने में भी सहायक होता है, बास्केटबॉल से बच्चो में उनके गोल को साधने में भी आसानी होती है।
इस खेल को खेलते समय आपस में टीम वर्क करने का भी अनुभव मिलता है।
इन सभी खेलों के अतरिक्त और भी ऐसे खेल हैं, जो बच्चो के विकास में सहायक होते है ।