आजादी के मायने।
15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था। इस दिन के बाद से हर देश के हर नागरिक को आजादी मिल गई थी।
यह आजादी हमे किसी व्यक्ति विशेष से नही मिली थी।बल्कि हमारे लाखो पूर्वजो ने अपनी जान न्यौछावर की तब यह स्वतन्त्रता हासिल हुए ।
चूँकि आजादी के बाद देश प्रगति करे समाज का कोई भी वर्ग पीछे न छूटे इस नीति को ध्यान में रखके संविधान का निर्माण किया। जिसमें देश के हर नागरिक के कुछ अधिकार और कर्तव्य सुनिश्चित किये गये ।
मगर आज हमारे देश के नागरिको आजादी के मायने समझ नही आ रहे ।
ये आजादी हमे टिकटोक चलाने के लिए नही मिली है।
एक ओर तो हमारा देश चाँद पे पहुँच गया।
वही दूसरे हाशिये मोम्ब लिंचिंग जैसे घटनायें भी हो रही है।
जहाँ एक और हम दुनिया के साथ ताल से ताल मिलाकर चल रहे है।
तो वही दूसरी ओर किसानों की आत्महत्या करने के आँकड़े भी लगातार बढ़ रहे है।
जहाँ एक ओर आरक्षण से दलित मुख्यधारा में आये है
वही दूसरे ओर गरीब सवर्णो का दमन भी हो रहा है ।
ऐसे कई और भी उदाहरण है जहाँ
विकास की इस बाघा दौड़ में कुछ मसले है जिनके हल हो नही पा रहे है ।
ये मसले तभी हल होंगे जब देश के हर नागरिक को हमारी आजादी के मायने पता चल जाये।