'युवराज' : न केवल क्रिकेट का, जिंदगी का भी!

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Nishant Jaiswal
Jun 13, 2019   •  31 views

युवराज सिंह , यह नाम किसी परिचय का मोहताज नही, मुझे नही लगता हिंदुस्तान में कोई ऐसा व्यक्ति है जो इस नाम के रग रग से वाकिब ना हो। वतन के लिये अपनी जिंदगी पर दांव लगाना यूंही हर किसी के बस की बात नही होती। युवराज सिंह कोई साधारण खिलाड़ी नही है , मैदान पर युवराज one man army हुआ करता था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में युवराज सिंह वो नाम है जो आज के उभरते हुए नए क्रिकेटरों के लिये एक आदर्श बन चुका है।

10 जून 2019 क्रिकेट प्रेमियों के लिए निसन्देह उनके जीवन का सबसे बुरा दिन रहा होगा जब क्रिकेट के युवराज ने क्रिकेट को सदा के लिए अलविदा कह दिया। यूं तो क्रिकेट जगत में तमाम खिलाड़ी आये दिन आते हैं और जाते हैं, लेकिन युवराज सिंह के सन्यास की खबर ने न केवल हिंदुस्तान के अपितु पूरे विश्व के क्रिकेट प्रशंसकों को गमज़दा कर दिया।

युवराज सिंह मैदान पर एक खिलाड़ी नही बल्कि संघर्ष और हिम्मत का वो प्रतीक है जिसे विश्व मे सदैव जिंदगी के योद्धा के रूप में जाना जाएगा। बहुमुखी प्रतिभा का धनी इस भररतीय आल राउंडर ने अपने वर्चस्व से भारत को U15 विश्व कप , U19 विश्व कप , 2007 t20 विश्व कप और जिंदगी से झुझकर 2011 क्रिकेट विश्व कप को सवा सौ करोड़ देशवासियों के झोली में लाकर डाल दिया। कैंसर से लड़ता हुआ युवराज 2011 में मैदान पर वह आकर्षण का केंद्र बिंदु था जिसकी एक झलक पाने को हर क्रिकेट प्रेमी बेचैन रहता था। कैंसर को जिंदगी के मैदान पर हराकर इस भारतीय दिग्गज ने एक बार फिर से भारतीय प्रशंसकों के मन मे विश्व विजेता बनने की उम्मीद जगा दी। पर जिंदगी के मैदान पर मौत को हराते हराते भारत का यह शेर इतना घायल हो गया कि लोग कहने लगे कि "इस शेर की दहाड़ में अब वो बात नही...." । जिंदगी से संघर्ष करते करते युवी ने 10 जून 2019 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को सदा के लिए अलविदा कह दिया।

हम सब को यह विश्वास है कि देश के लिए युवराज के बलिदान को कोई भारतीय भुला नही सकता। 2007 t20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 6 बाल पर 6 छक्के लगाने का विश्व रिकॉर्ड दोहराया नही जा सकता....।अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक कोई और नही लगा सकता...! खून की उल्टी होने के बावजूद भारत को विश्व विजेता बनाना किसी और के बस की बात नही....! क्रिकेट के इतिहास में युवराज सिंह वो अविश्मरणीय अध्याय है जो विश्व के हर क्रिकेट प्रेमी के मन और मस्तिष्क पर राज करेगा। संसार मे जब तक क्रिकेट खेला जाएगा तब तक युवराज सिंह को याद किया जाएगा।

क्रिकेट जगत में "क्रिकेट का नया युवराज" केवल एक कल्पना मात्र है।

निशान्त जायसवाल

विद्युत अभियंत्रिकी प्रथम वर्ष

आई० ई० टी० लखनऊ

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