आज हमारे युग मे लोगमहिलाओं के साथ अत्याचार, महिलाओं पर शोषण ,महिलाओं के साथ सरे आम कत्ल कर देना, ये सब तेजाब का शिकार हुई महिला के दर्द के आगे कम पड़ जाते है। एसिड अटैक जो बहुत ही दर्द नाक होती है। आज हर जगह फैला हुआ है इसका कारण लोगो की सोच, पैसो , प्यार, और जलनखोरी की वजह से लोग ऐसा दर्दनाक कदम उठाते है।
आप खुद ही सोचिए अगर आपके चेहरे में जरा सा दाना , या फिर पिम्पल आ जाता है तो आप न जाने कितना परेशान हो जाते हो उसको ठीक करने के लिए अलग- अलग दवाइयों का प्रयोग करने लग जाते है ताकि चहेरे पर कोई दाग न रह जाए। जरा सोचिए उसके साथ जो एसिड अटैक हुआ उसको कितना दर्द झेलना पड़ा होगा। चहेरे पर दाना निकलना और चहेरा जल जाने पर फर्क होता है। दान तो ठीक भी हो सकता है परंतु जला हुआ शरीर कभी ठीक न होकर बल्कि दिन पर दिन दर्द देता है और दर्द से तड़पते रहते है।
पुरुषवादी मानसिकताने हज़ारोसालो तक महिलाओंका मन मुताबिक इस्तेमाल किया और जब मन भर गया तो किसी बेकार वस्तु समझकर उसे अपने जीवन से निकालने के लाखों बाहने ढूंढता है । परंतु जब लड़की इन सबका सबूत या फिर पुलिस पर कंप्लेन करने की धमकी देती है तो पुरुषवादी समाज या तो उसका क़त्ल कर देता है ,या तो उसके ऊपर एसिड अटैक करता है ताकि वो महिला तड़प -तड़प कर मर जाये।
आज इस एसिड अटैक की वजहसे बहुत सारा लड़कियों और महिलाओं की जान जा चुकी है,लड़कियों और महिलाओंकी ज़िंदगी बर्बाद हो गयी है, बहुत सारी लड़की , महिलाये आज बद से बदतर हालत में अपना जीवन गुजार रही है। यह सब देखते हुए भारत मे एसिड खरीदने वालो को अब पहचान पत्र दिखाना होता है । एसिड बेचने वाला दुकानदार उनका नाम पता दर्ज करते है , यह सब सुप्रीम कोर्टके फैसलोंके बाद शुरू हुआ है लेकिन यह अलग तरह काअपराध अभी भी नही माना जाता।
एसिड अटैक को रोकने के लिए हमारे देश के लिए हमारे देश में कई तरह के सख्त कानून बने है । पहले एसिड अटैक के लिए आईपीसी धारा 326 लागू किया गया था जिसमे से 10 साल तक कि सजा की घोषणा की गई थी । फिर एसिड अटैक को लेकर कानून को सख्त बनाने के लिए आईपिसीकी धारा 326 में कुछ बदलावकिया गया और बदलाव के बाद 326 A और 326 B अस्तित्व में आया।
एसिड अटैक से पीड़ित महिलाओं को नॉकरी का उपलब्धि करवानी चाहिए , उनका मुफ्त इलाज चलना चाहिए । इस तरह की महिलाओं या लड़कियों को कभी भी अपनी हिम्मत नही तोड़नी चाहिए , कभी अपने सपनो से दूर नही जाना चाहि। जानते है कि इतना दर्द नाक हादसा सारी उम्मीद तोड़ देता है परंतु एक बात कहूंगी उम्मीद के अंधेरे में रोशनी का भी वास होता है उसी प्रकार उम्मीद है तो तुम हो उम्मीद नही तो तुम नही।