सहज
अनधीत
Uncontrived
Bezbaroa ' s conception of love is beautiful with that unstudied art with which a tree or flower is beautiful ; it is beautiful with an ardent glow of simplicity which is the poet ' s own.
बजबरुवा की प्रणय - भावना में वही अकृत्रिम सौन्दर्य है जो वृक्ष या फूल में होता है ; वह सारल्य की एक उदग्र दीप्ति से आलोकित है जो कवि की अपनी है ।