समानता
नीरसता
Humdrum
There is a fixing of sameness or likeness and kinship and also of divergences and differences resulting on one side in 854 The Yoga of Self - Perfection the perception of the fundamental unity of being and Nature and the similarity and continuity of their processes, on the other in a clear precision and classification of different energies and kinds of beings and objects.
इसके परिणामस्वरूप एक ओर तो सत्ता और विश्वप्रकृति की मूलभूत एकता तथा उनकी प्रक्रियाओं की सदृश्यता एवं अविच्छिन्नता का अनुभव 874 योग समन्वय होता है और दूसरी ओर विभिन्न शक्तियों तथा विभिन्न प्रकार के प्राणियों और पदार्थों का स्पष्ट निर्धारण एवं वर्गीकरण भी सम्भव हो जाता है ।
His first aid is that of the reason proceeding forward from cause to effect and backward from effect to cause, discovering the law of energies and their assured mechanic process, assuming the perpetual sameness of the movements of Nature, fixing her time measures and thus calculating on the basis of a science of general lines and assured results the past and the future.
मनुष्य के पास सबसे पहला सहायक साधन बुद्धि है जो आगे तो कारण से कार्य की ओर गति करती है और पीछे कार्य से कारण की ओर, शक्तियों के नियम और उनकी सुनिश्चित यान्त्रिक प्रक्रिया की खोज करती है, प्रकृति की गतियों की शाश्वत एकरूपता की कल्पना करती है, उसके काल - परिणामों को निश्चित करती है और इस प्रकार सामान्य दिशाओं तथा सुनिश्चत परिणामों के विज्ञान के आधार पर भूत और भविष्य का आकलन करती है ।
Sameness of thing or person
वस्तु या व्यक्ति की एकरूपता