पश्चात्तापी
“ This is what you were promised—for every careful penitent.
यही तो वह बेहिश्त है जिसका तुममें से हर एक रूजू करने वाले हिफाज़त करने वाले से वायदा किया जाता है
And whatever you are at variance on, the judgment thereof belongs to God. That then is God, my Lord ; in Him I have put my trust, and to Him I turn, penitent.
" जिस चीज़ में तुमने विभेद किया है उसका फ़ैसला तो अल्लाह के हवाले है । वही अल्लाह मेरा रब है । उसी पर मैंने भरोसा किया है, और उसी की ओर में रुजू करता हूँ
who fears the Compassionate One, though He is unseen, and comes to Him with a penitent heart ;
" जो रहमान से डरा परोक्ष में और आया रुजू रहनेवाला हृदय लेकर -
who fears the All - beneficent in secret and comes with a penitent heart.
तो जो शख़्श ख़ुदा से बे देखे डरता रहा और ख़ुदा की तरफ़ रूजू करने वाला दिल लेकर आया
We gave Solomon to David ; and he was an excellent worshiper, he was penitent.
और हमने दाऊद को सुलेमान अता किया क्या अच्छे बन्दे थे
as a lesson and a reminder to every penitent worshiper.
आँखें खोलने और याद दिलाने के उद्देश्य से, हर बन्दे के लिए जो रुजू करनेवाला हो
: ' Take a bundle of rushes and strike with it ; and do not break your oath ' We found him to be patient, a good worshiper and he was penitent.
" और अपने हाथ में तिनकों का एक मुट्ठा ले और उससे मार और अपनी क़सम न तोड़ ।" निश्चय ही हमने उसे धैर्यवान पाया, क्या ही अच्छा बन्दा! निस्संदेह वह बड़ा ही रुजू रहनेवाला था
Do they not see what is before them and what is behind them of the heavens and the earth ? We could cleave the earth and sink them, if We pleased, or drop a fragment of the sky upon them. There is surely a sign in this for every penitent creature.
तो क्या उन लोगों ने आसमान और ज़मीन की तरफ भी जो उनके आगे और उनके पीछे हैं ग़ौर नहीं किया कि अगर हम चाहे तो उन लोगों को ज़मीन में धँसा दें या उन पर आसमान का कोई टुकड़ा ही गिरा दें इसमें शक नहीं कि इसमें हर रूजू करने वाले बन्दे के लिए यक़ीनी बड़ी इबरत है
He said, ' O my people, what think you ? If I stand upon a clear sign from my Lord, and He has provided me with fair provision from Him - - and I desire not to come behind you, betaking me to that I forbid you ; I desire only to set things right, so far as I am able. My succour is only with God ; in Him I have put my trust, and to Him I turn, penitent.
उसने कहा," ऐ मेरी क़ौम के लोगो! तुम्हारा क्या विचार है ? यदि मैं अपने रब के एक स्पष्ट प्रमाण पर हूँ और उसने मुझे अपनी ओर से अच्छी आजीविका भी प्रदान की और मैं नहीं चाहता कि जिन बातों से मैं तुम्हें रोकता हूँ स्वयं स्वयं तुम्हारे विपरीत उनको करने लगूँ । मैं तो अपने बस भर केवल सुधार चाहता हूँ । मेरा काम बनना तो अल्लाह ही की सहायता से सम्भव है । उसी पर मेरा भरोसा है और उसी की ओर मैं रुजू करता हूँ
Those who eschew the serving of idols and turn penitent to God, for them is good tidings! So give thou good tidings to My servants
और जो लोग बुतों से उनके पूजने से बचे रहे और ख़ुदा ही की तरफ रूजु की उनके लिए ख़ुशख़बरी है