गंदगी
अशुद्धता
अशौच
Dross
Impureness
Believers, do not approach your prayers when you are drunk, until you understand what you say, nor when you are in a state of impurity, - - except when you are on a journey - - till you have bathed. And if you are ill, or on a journey or have relieved yourselves or when you have consorted with women and you cannot find any water, then find some clean sand and wipe your face and your hands with it. God is gracious and forgiving.
ऐ ईमान लानेवालो! नशे की दशा में नमाज़ में व्यस्त न हो, जब तक कि तुम यह न जानने लगो कि तुम क्या कह रहे हो । और इसी प्रकार नापाकी की दशा में भी, जब तक कि तुम स्नान न कर लो, सिवाय इसके कि तुम सफ़र में हो । और यदि तुम बीमार हो या सफ़र में हो, या तुममें से कोई शौच करके आए या तुमने स्त्रियों को हाथ लगाया हो, फिर तुम्हें पानी न मिले, तो पाक मिट्टी से काम लो और उसपर हाथ मारकर अपने चहरे और हाथों पर मलो । निस्संदेह अल्लाह नर्मी से काम लेनेवाला, अत्यन्त क्षमाशील है
Believers, do not come close to prayer when you are drunk, until you know what you are saying, nor when you are in a state of impurity, unless you are crossing through the way until you have bathed yourselves. If you are ill or on a journey, or if any of you comes from the toilet or you have touchedwomen, and you cannot find water, so touch pure dust and wipe your faces and your hands. Allah is the Pardoner, the Forgiver.
ऐ ईमान लानेवालो! नशे की दशा में नमाज़ में व्यस्त न हो, जब तक कि तुम यह न जानने लगो कि तुम क्या कह रहे हो । और इसी प्रकार नापाकी की दशा में भी, जब तक कि तुम स्नान न कर लो, सिवाय इसके कि तुम सफ़र में हो । और यदि तुम बीमार हो या सफ़र में हो, या तुममें से कोई शौच करके आए या तुमने स्त्रियों को हाथ लगाया हो, फिर तुम्हें पानी न मिले, तो पाक मिट्टी से काम लो और उसपर हाथ मारकर अपने चहरे और हाथों पर मलो । निस्संदेह अल्लाह नर्मी से काम लेनेवाला, अत्यन्त क्षमाशील है
O you who have faith! Do not approach prayer when you are intoxicated, until you know what you are saying, nor in the state of ritual impurity until you have washed yourselves, except while passing through. But if you are sick or on a journey, or any of you has come from the toilet, or you have touched women, and you cannot find water, then make your ablution on clean ground and wipe a part of your faces and your hands. Indeed Allah is all - excusing, all - forgiving.
ऐ ईमानदारों तुम नशे की हालत में नमाज़ के क़रीब न जाओ ताकि तुम जो कुछ मुंह से कहो समझो भी तो और न जिनाबत की हालत में यहॉ तक कि ग़ुस्ल कर लो मगर राह गुज़र में हो बल्कि अगर तुम मरीज़ हो और पानी नुक़सान करे या सफ़र में हो तुममें से किसी का पैख़ाना निकल आए या औरतों से सोहबत की हो और तुमको पानी न मयस्सर हो तो पाक मिट्टी पर तैमूम कर लो और अपने मुंह और हाथों पर मिट्टी भरा हाथ फेरो तो बेशक ख़ुदा माफ़ करने वाला है बख्श ने वाला है
The cloud intervenes and disappears, the rhythm of ascent and descent renews itself until the impurity has been worked out.
बादल आ - आकर चला जाता है, आरोहण और अवरोहण का लयताल फिर - फिर चालू होता रहता है जबतक कि अपवित्रता को निकालकर बाहर नहीं कर दिया जाता ।
Impurity remains in landfill which produces methane.
लैंड फील में जमा अपशिष्ट जो मीथेन उत्पन्न करता है.
And abide in your houses and do not display yourselves as the display of the former times of ignorance. And establish prayer and give zakah and obey Allah and His Messenger. Allah intends only to remove from you the impurity, O people of the household, and to purify you with purification.
अपने घरों में टिककर रहो और विगत अज्ञानकाल की - सी सज - धज न दिखाती फिरना । नमाज़ का आयोजन करो और ज़कात दो । और अल्लाह और उसके रसूल की आज्ञा का पालन करो । अल्लाह तो बस यही चाहता है कि ऐ नबी के घरवालो, तुमसे गन्दगी को दूर रखे और तुम्हें तरह पाक - साफ़ रखे
We then find that there are two forms of impurity which are at the root of the whole confusion.
गहरा निदान करने पर हमें पता चलता है कि अशुद्धता के दो रूप हैं जो सम्पूर्ण अव्यवस्था की जड़ हैं ।
And remain in your houses and do not unveil yourselves like the unveiling prevalent in the times of ignorance, and keep the prayer established, and pay the charity, and obey Allah and His Noble Messenger ; Allah only wills to remove all impurity from you, O the People of the Household, and by cleansing you make you utterly pure.
और उनवाने शाइस्ता से बात किया करो और अपने घरों में निचली बैठी रहो और अगले ज़माने जाहिलियत की तरह अपना बनाव सिंगार न दिखाती फिरो और पाबन्दी से नमाज़ पढ़ा करो और ज़कात दिया करो और खुदा और उसके रसूल की इताअत करो ऐ अहले बैत खुदा तो बस ये चाहता है कि तुमको बुराई से दूर रखे और जो पाक व पाकीज़ा दिखने का हक़ है वैसा पाक व पाकीज़ा रखे
All immiscence of desire in the buddhi is an impurity.
बुद्धि में कामना का मिश्रणमात्र एक प्रकार की अपवित्रता है ।
Similarly the heart must be freed from subjection to the cravings of the life - principle and the senses and thus rid itself of the false emotions of fear, wrath, hatred, lust, etc. which constitute the chief impurity of the heart.
ऐसे ही, हृदय को प्राण - तत्त्व एवं इन्द्रियों की कामनाओं के प्रति अधीनता से मुक्त करना होगा और इस प्रकार उसे काम, क्रोध, भय, घृणा आदि के मिथ्या भावों से जो हृदय की मुख्य अशुद्धियां हैं, मुक्त होना होगा ।