Shesh Meaning In Hindi - शेष का मतलब

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Akanksha Soni
Sep 26, 2019   •  9 views

Name(s)
Shesh

नाम
शेष

अर्थ

  • भाग देने के बाद बचा हुआ शेष अंक जिसमें विभाजक संख्या द्वारा और विभाजन न हो सके

  • जो समाप्त न हुआ हो

  • पुराणों के अनुसार हजार फनों वाला वह नाग जिसके फनों पर यह पृथ्वी ठहरी हुई है

  • किसी संख्या में से कोई संख्या घटाने पर बची हुई संख्या

  • जो उपयोग में न आने के कारण बच गया हो

  • जिसका भुगतान न किया गया हो या जो किसी के जिम्मे बाकी रह गया हो

  • वह जो बचा हो या बची हुई वस्तु (जबकि अन्य किसी प्रकार समाप्त सा नष्ट हो गया हो)

  • एक छप्पय छंद

  • औरों विशेषतः साथ वालों के न रह जाने पर या जो काम करना हो उसे कर लेने पर भी जो अभी विद्यमान हो

लिंग
लड़का

धर्म
हिन्दू

राशि
कुंभ

शेष का मतलब
आइये शेष नाम रखने के प्रभाव को गहरायी से समझते हैं। अगर आप अपने बच्चे का नाम शेष रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्यूंकि शेष नाम रखने से आपका बच्चा भी इस नाम के मतलब की तरह व्यव्हार करने लगता है और वो गुण लेता है जो इसके अर्थ में यानि की भाग देने के बाद बचा हुआ शेष अंक जिसमें विभाजक संख्या द्वारा और विभाजन न हो सके, जो समाप्त न हुआ हो, पुराणों के अनुसार हजार फनों वाला वह नाग जिसके फनों पर यह पृथ्वी ठहरी हुई है, किसी संख्या में से कोई संख्या घटाने पर बची हुई संख्या, जो उपयोग में न आने के कारण बच गया हो, जिसका भुगतान न किया गया हो या जो किसी के जिम्मे बाकी रह गया हो, वह जो बचा हो या बची हुई वस्तु (जबकि अन्य किसी प्रकार समाप्त सा नष्ट हो गया हो), एक छप्पय छंद, औरों विशेषतः साथ वालों के न रह जाने पर या जो काम करना हो उसे कर लेने पर भी जो अभी विद्यमान हो में समाहित होता है।

कुंभ राशि के हिसाब से शेष की प्रकृति
कुंभ राशि के जातक दिल के साफ होते हैं और अपने परिश्रम के बल पर हमेशा आगे बढ़ते रहते हैं। छल-कपट व द्वेष से दूर रहते हैं। ये कट्टरपंथी नहीं होते हैं। इनका स्वभाव बिजली जैसा तीव्र और भयप्रद होता है। ये प्रयोगशील तथा खोजी प्रकृति के होते हैं। अचानक कार्य करने वाले, फल की चिन्ता अधिक रखने वाले, सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करने वाले, अपने विचारों पर दृढ़, परन्तु न्याय की बात सुनने वाले होते हैं।
कुंभ राशि की प्रकृति के बारे में और जानें

कुंभ राशि के हिसाब से शेष की सेहत
कुंभ राशि के जातक बलिष्ठ शरीर के स्वामी होते हैं लेकिन पांव तथा घुटने दुर्बल होते है। पेट, गुर्दे तथा मज्जा तन्तु भी कमजोर रहते हैं। अधिकतर पांव में मोच, पेट के रोगी, रक्त की अल्पता, वायु विकार, खुजली, रक्त-विकार, त्वचा रोग, शीत विकार, हृदय रोग, पागलपन, गंजापन अपघात आदि रोगों या विकारों से परेशान रहते हैं। स्वास्थ्य के लिए नियमित, पौष्टिक एवं संतुलित आहार लेना चाहिए।
कुंभ राशि की सेहत के बारे में और जानें

कुंभ राशि के हिसाब से शेष की कैरियर प्रोफ़ाइल
कुंभ राशि के जातक प्रमुख रूप से विज्ञान, रिसर्च के क्षेत्र, सामुद्रिक ज्योतिष, एरोनॉटिक इंजीनियरिंग, बी. एड, समाज सेवा संबंधी विषयों में अध्ययन करें तो विशेष सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
कुंभ राशि की कैरियर प्रोफ़ाइल के बारे में और जानें

कुंभ राशि के हिसाब से शेष के प्रेमव्यवहार
कुंभ राशि के जातकों के विरोधी लिंग के साथी प्रायः चंचल प्रकृति के होते हैं। उनसे मानसिक धरातल पर सम्पर्क रखना अच्छा रहता है, शारीरिक नहीं। इन्हें मानसिक सम्पर्क से ही तृप्ति मिल सकती है। इन्हें अपनी अन्तप्रेरणा पर अधिक विश्वास होता है। प्रेम के क्षेत्र में इनकी मुख्य समस्या समझने और समझाने की होती है।
कुंभ राशि के प्रेमव्यवहार के बारे में और जानें

कुंभ राशि के लिए भाग्यशाली दिन, भाग्यशाली संख्या, भाग्यशाली रंग, भाग्यशाली रत्न, सकारात्मक गुण, और नकारात्मक गुण के बारे में जानें
कुंभ राशि तथ्य

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