Pushkar Meaning In Hindi - पुष्कर का मतलब

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Parul Gaur
Sep 27, 2019   •  42 views

Name(s)
Pushkar, Pushkara, Puskar, Puskara

नाम
पुष्कर

अर्थ

  • पानी का बड़ा कुंड

  • पानी में होने वाले एक पौधे का पुष्प जो बहुत ही सुन्दर होता है

  • धातु आदि का बना वह पतला लम्बा हथियार जो धनुष द्वारा चलाया जाता है

  • नदी, जलाशय, वर्षा आदि से मिलने वाला वह द्रव पदार्थ जो पीने, नहाने, खेत आदि सींचने के काम आता है

  • हमारे सौर जगत का वह सबसे बड़ा और ज्वलंत तारा जिससे सब ग्रहों को गर्मी और प्रकाश मिलता है

  • शत्रुतावश दो दलों के बीच हथियारों से की जाने वाली लड़ाई

  • जल में उत्पन्न होने वाला एक पौधा जो अपने सुन्दर फूलों के लिए प्रसिद्ध है

  • पुराणों के अनुसार ब्रह्मांड के सात विशाल भागों में से एक

  • भारत के राजस्थान राज्य का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान जो अजमेर के पास है

  • भरत के एक पुत्र

  • कृष्ण के एक पुत्र

  • एक असुर

  • राजा नल के एक भाई

लिंग
लड़का

धर्म
हिन्दू

राशि
कन्या

पुष्कर का मतलब
आइये पुष्कर नाम रखने के प्रभाव को गहरायी से समझते हैं। अगर आप अपने बच्चे का नाम पुष्कर रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्यूंकि पुष्कर नाम रखने से आपका बच्चा भी इस नाम के मतलब की तरह व्यव्हार करने लगता है और वो गुण लेता है जो इसके अर्थ में यानि की पानी का बड़ा कुंड, पानी में होने वाले एक पौधे का पुष्प जो बहुत ही सुन्दर होता है, धातु आदि का बना वह पतला लम्बा हथियार जो धनुष द्वारा चलाया जाता है, नदी, जलाशय, वर्षा आदि से मिलने वाला वह द्रव पदार्थ जो पीने, नहाने, खेत आदि सींचने के काम आता है, हमारे सौर जगत का वह सबसे बड़ा और ज्वलंत तारा जिससे सब ग्रहों को गर्मी और प्रकाश मिलता है, शत्रुतावश दो दलों के बीच हथियारों से की जाने वाली लड़ाई, जल में उत्पन्न होने वाला एक पौधा जो अपने सुन्दर फूलों के लिए प्रसिद्ध है, पुराणों के अनुसार ब्रह्मांड के सात विशाल भागों में से एक, भारत के राजस्थान राज्य का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान जो अजमेर के पास है, भरत के एक पुत्र, कृष्ण के एक पुत्र, एक असुर, राजा नल के एक भाई में समाहित होता है।

कन्या राशि के हिसाब से पुष्कर की प्रकृति
कन्या राशि वाले अपने विचार आदि के बारे में लोगों को विशिष्ट ढंग से परिचित कराते हैं। वह किसी के साथ स्थायी रूप से वचनबद्ध नहीं होते। दयालुता का व्यवहार उन्हें आकर्षित करता है। कन्या राशि का स्वामी बुध है। कन्या राशि के व्यक्ति आलोचक तथा विश्लेषक प्रकृति के होते हैं। उनकी आलोचना रचनात्मक न होकर, नाटकीय होती है। कन्या राशि वाले निरंतर क्रियाशील बने रहते हैं।
कन्या राशि की प्रकृति के बारे में और जानें

कन्या राशि के हिसाब से पुष्कर की सेहत
कन्या राशि वालों का शरीर स्थूल होता है। अनियमित दिनचर्या एवं समय-असमय भोजन खाने के कारण पेट संबंधी रोगों से ग्रस्त रहते हैं। त्रिदोष (वात-पित्त-कफ) चर्म रोग, कर्ण रोग, भ्रांति, गले या नासिका रोग, उदर-विकार, मधुमेह, वायु-विकार, मंदाग्नि, संग्रहणी, चेचक, जड़ता, वाक्‌ रोग, कुष्ठ, दाद, पक्षाघात, पीठ का दर्द व जोड़ों का दर्द आदि रोगों से पीड़ित होते हैं।
कन्या राशि की सेहत के बारे में और जानें

कन्या राशि के हिसाब से पुष्कर की कैरियर प्रोफ़ाइल
कन्या राशि के लोगों में अपना स्वयं का व्यवसाय चलाने की योग्यता नहीं होती। ये अच्छे प्रशासक न होकर अच्छे अनुगामी होते हैं। इन्हें दूसरों के साथ सहभागी होकर ही व्यवसाय करना चाहिए। साथ ही अपने परिश्रमी स्वभाव, इच्छा-शक्ति और संकल्प के कारण व्यापार में भी सफल हो सकते हैं।
कन्या राशि की कैरियर प्रोफ़ाइल के बारे में और जानें

कन्या राशि के हिसाब से पुष्कर के प्रेमव्यवहार
कन्या राशि के लोग गुणों पर अधिक बल देते हैं। उनकी यह प्रवृत्ति उन्हें लक्ष्य से वंचित भी किया करती है। उनके लिए मानसिक लगाव की समाप्ति एक प्रकार से प्रेम संबंध की समाप्ति होती है। उन्हें प्रेम की वैधता ही संतुष्टि एवं प्रसन्नता प्रदान करती है।
कन्या राशि के प्रेमव्यवहार के बारे में और जानें

कन्या राशि के लिए भाग्यशाली दिन, भाग्यशाली संख्या, भाग्यशाली रंग, भाग्यशाली रत्न, सकारात्मक गुण, और नकारात्मक गुण के बारे में जानें
कन्या राशि तथ्य

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