Trishoolin Meaning In Hindi - त्रीशूलीन का मतलब

profile
Daksh Shah
Sep 27, 2019   •  6 views

Name(s)
Trishoolin, Trishulin

नाम
त्रीशूलीन

अर्थ

  • जिसने अपने हाथों में त्रिशूल रखी है

  • भगवान शिव

लिंग
लड़का

धर्म
हिन्दू

राशि
तुला

त्रीशूलीन का मतलब
आइये त्रीशूलीन नाम रखने के प्रभाव को गहरायी से समझते हैं। अगर आप अपने बच्चे का नाम त्रीशूलीन रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्यूंकि त्रीशूलीन नाम रखने से आपका बच्चा भी इस नाम के मतलब की तरह व्यव्हार करने लगता है और वो गुण लेता है जो इसके अर्थ में यानि की जिसने अपने हाथों में त्रिशूल रखी है, भगवान शिव में समाहित होता है।

तुला राशि के हिसाब से त्रीशूलीन की प्रकृति
तुला राशि में शनि उच्च व सूर्य नीच का माना जाता है। शनि होने से मान्यता व अधिकार आदि प्राप्त होते हैं अथवा कोई बड़ा काम हाथ से बनता है। सूर्य होने पर व्यक्ति कौटुम्बिक क्लेशों में फंसा होता है अथवा किसी शारीरिक पीड़ा से कार्य करने में अयोग्य रहता है। शहर में भाग्य पनपता है किन्तु शहर के मध्य में नहीं रहना चाहिए। तुला राशि के लोग मानवतावादी, अपनी संस्कृति के अनुरागी तथा मानवीय दुर्बलताओं से युक्त होते हैं।
तुला राशि की प्रकृति के बारे में और जानें

तुला राशि के हिसाब से त्रीशूलीन की सेहत
इस राशि के जातक स्वस्थ ही रहते हैं लेकिन गोचर में शुक्र या अन्य सूर्यादि ग्रह निर्बल होकर राशि पर आएंगे तो वीर्य विकार, नेत्र रोग, मूत्र रोग, मुख रोग, पाण्डु, प्रमह, वीर्य की कमी, काम के अतिरेक के कारण स्नायुविक दुर्बलता, स्त्रीजन्य रोग, मधुमेह, वात एवं कोष्ठकबद्धता आदि रोगों के लक्षण शरीर में दृष्टिगोचर होंगे।
तुला राशि की सेहत के बारे में और जानें

तुला राशि के हिसाब से त्रीशूलीन की कैरियर प्रोफ़ाइल
तुला राशि के जातक अच्छे व्यापारी होते हैं। इन्हें व्यवसाय के क्षेत्र में काफी सफलता प्राप्त होती है। इस राशि के लोग लोहा, शराब, तंबाकू, पान, सोना आदि के व्यापार से विशेष लाभ उठा सकते हैं तथा उन वस्तुओं के व्यवसाय से भी पर्याप्त लाभ कमाते हैं, जिन्हें सामाजिक दृष्टि से हीन समझा जाता है। ये भट्टे के काम में भी ये सफल हो सकते हैं। इनके प्रायः सभी कार्यों को जन-समर्थन प्राप्त होता है।
तुला राशि की कैरियर प्रोफ़ाइल के बारे में और जानें

तुला राशि के हिसाब से त्रीशूलीन के प्रेमव्यवहार
तुला राशि वालों को दयालु-बुद्धिमान तथा सावधान व्यक्तियों से प्रेम होता है। उसका पंचम स्थान, जिसका संबंध काम भाव में होता है, कुंभ राशि से प्रभावित है। अतः ये किन्हीं असाधारण घटनाओं तथा अनुभवों को झेल सकता है। इस राशि का जातक हमेशा ठाट-बाट से रहता है तथा शान-शौकत दिखलाना पसंद करता है। इसके लिए वह अपनी सामर्थ्य सीमा से भी आगे जा सकता है।
तुला राशि के प्रेमव्यवहार के बारे में और जानें

तुला राशि के लिए भाग्यशाली दिन, भाग्यशाली संख्या, भाग्यशाली रंग, भाग्यशाली रत्न, सकारात्मक गुण, और नकारात्मक गुण के बारे में जानें
तुला राशि तथ्य

0



  0