Rakshasamardini Meaning In Hindi - राक्षसमर्दिनि का मतलब

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Daksh Shah
Sep 27, 2019   •  1 view

Name(s)
Rakshasamardini

नाम
राक्षसमर्दिनि

अर्थ

  • राक्षसों के विनाशक

लिंग
लड़की

धर्म
हिन्दू

राशि
तुला

राक्षसमर्दिनि का मतलब
आइये राक्षसमर्दिनि नाम रखने के प्रभाव को गहरायी से समझते हैं। अगर आप अपने बच्चे का नाम राक्षसमर्दिनि रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्यूंकि राक्षसमर्दिनि नाम रखने से आपका बच्चा भी इस नाम के मतलब की तरह व्यव्हार करने लगता है और वो गुण लेता है जो इसके अर्थ में यानि की राक्षसों के विनाशक में समाहित होता है।

तुला राशि के हिसाब से राक्षसमर्दिनि की प्रकृति
तुला अर्थात तराजू संतुलन एवं समरसता की प्रतीक है, परन्तु तुला राशि के लोग भी ऐसे होते हों, यह आवश्यक नहीं। तुला राशि के लोग उचित समय तथा स्थान की प्रतीक्षा करते हैं तथा किसी प्रश्न के सभी पहलुओं की इन्हें अच्छी जानकारी भी होती है, पर यह सभी का गुण नहीं होता है। शुक्र ग्रह का संबंध सौंदर्य, वैभव-प्रेम, पूर्ति, निराशा तथा पशुत्व से है। इसके प्रभाव से तुला राशि वालों के जीवन में अनायास ही परिवर्तन आता रहता है।
तुला राशि की प्रकृति के बारे में और जानें

तुला राशि के हिसाब से राक्षसमर्दिनि की सेहत
इस राशि के जातक स्वस्थ ही रहते हैं लेकिन गोचर में शुक्र या अन्य सूर्यादि ग्रह निर्बल होकर राशि पर आएंगे तो वीर्य विकार, नेत्र रोग, मूत्र रोग, मुख रोग, पाण्डु, प्रमह, वीर्य की कमी, काम के अतिरेक के कारण स्नायुविक दुर्बलता, स्त्रीजन्य रोग, मधुमेह, वात एवं कोष्ठकबद्धता आदि रोगों के लक्षण शरीर में दृष्टिगोचर होंगे।
तुला राशि की सेहत के बारे में और जानें

तुला राशि के हिसाब से राक्षसमर्दिनि की कैरियर प्रोफ़ाइल
तुला राशि के जातक अच्छे व्यापारी होते हैं। इन्हें व्यवसाय के क्षेत्र में काफी सफलता प्राप्त होती है। इस राशि के लोग लोहा, शराब, तंबाकू, पान, सोना आदि के व्यापार से विशेष लाभ उठा सकते हैं तथा उन वस्तुओं के व्यवसाय से भी पर्याप्त लाभ कमाते हैं, जिन्हें सामाजिक दृष्टि से हीन समझा जाता है। ये भट्टे के काम में भी ये सफल हो सकते हैं। इनके प्रायः सभी कार्यों को जन-समर्थन प्राप्त होता है।
तुला राशि की कैरियर प्रोफ़ाइल के बारे में और जानें

तुला राशि के हिसाब से राक्षसमर्दिनि के प्रेमव्यवहार
तुला राशि वालों को दयालु-बुद्धिमान तथा सावधान व्यक्तियों से प्रेम होता है। उसका पंचम स्थान, जिसका संबंध काम भाव में होता है, कुंभ राशि से प्रभावित है। अतः ये किन्हीं असाधारण घटनाओं तथा अनुभवों को झेल सकता है। इस राशि का जातक हमेशा ठाट-बाट से रहता है तथा शान-शौकत दिखलाना पसंद करता है। इसके लिए वह अपनी सामर्थ्य सीमा से भी आगे जा सकता है।
तुला राशि के प्रेमव्यवहार के बारे में और जानें

तुला राशि के लिए भाग्यशाली दिन, भाग्यशाली संख्या, भाग्यशाली रंग, भाग्यशाली रत्न, सकारात्मक गुण, और नकारात्मक गुण के बारे में जानें
तुला राशि तथ्य

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