Meaning of Prostration in Hindi - हिंदी में मतलब

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Ayush Rastogi
Mar 07, 2020   •  0 views
  • श्रान्ति

  • साष्टांग प्रणाम

  • कमजोरी

  • डंडवत

Synonyms of "Prostration"

"Prostration" शब्द का वाक्य में प्रयोग

  • And of the night exalt Him and after prostration.
    और रात की घड़ियों में फिर उसकी तसबीह करो और सजदों के पश्चात भी

  • the stars and the trees bend in prostration.
    और तारे और वृक्ष सजदा करते है ;

  • All living creatures and all angels in the heavens and on the earth are in prostration before Allah ; and never do they behave in arrogant defiance.
    और आकाशों और धरती में जितने भी जीवधारी है वे सब अल्लाह ही को सजदा करते है और फ़रिश्ते भी और वे घमंड बिलकुल नहीं करते

  • and when I give it proper shape and blow My spirit into it, bow down in prostration to him,"
    तो जब मैं उसको दुरूस्त कर लूँ और इसमें अपनी की हुई रूह फूँक दो तो तुम सब के सब उसके सामने सजदे में गिर पड़ना

  • Muhammad is the Messenger of Allah ; and those with him are forceful against the disbelievers, merciful among themselves. You see them bowing and prostrating, seeking bounty from Allah and pleasure. Their mark is on their faces from the trace of prostration. That is their description in the Torah. And their description in the Gospel is as a plant which produces its offshoots and strengthens them so they grow firm and stand upon their stalks, delighting the sowers - so that Allah may enrage by them the disbelievers. Allah has promised those who believe and do righteous deeds among them forgiveness and a great reward.
    मोहम्मद ख़ुदा के रसूल हैं और जो लोग उनके साथ हैं काफ़िरों पर बड़े सख्त और आपस में बड़े रहम दिल हैं तू उनको देखेगा झुके सर बसजूद हैं ख़ुदा के फज़ल और उसकी ख़ुशनूदी के ख्वास्तगार हैं कसरते सुजूद के असर से उनकी पेशानियों में घट्टे पड़े हुए हैं यही औसाफ़ उनके तौरेत में भी हैं और यही हालात इंजील में हैं गोया एक खेती है जिसने अपनी सूई निकाली फिर उसी सूई को मज़बूत किया तो वह मोटी हुई फिर अपनी जड़ पर सीधी खड़ी हो गयी और अपनी ताज़गी से किसानों को ख़ुश करने लगी और इतनी जल्दी तरक्क़ी इसलिए दी ताकि उनके ज़रिए काफ़िरों का जी जलाएँ जो लोग ईमान लाए और अच्छे काम करते रहे ख़ुदा ने उनसे बख़्शिस और अज्रे अज़ीम का वायदा किया है

  • These were the Prophets from the offspring of Adam, from those who embarked with Noah and from the offspring of Abraham and Israel. God guided them and chose them for His favor. Whenever they would hear the revelations of the Beneficent God they would bow down in prostration with tears.
    ये अम्बिया लोग जिन्हें खुदा ने अपनी नेअमत दी आदमी की औलाद से हैं और उनकी नस्ल से जिन्हें हमने नूह के साथ सवारकर लिया था और इबराहीम व याकूब की औलाद से हैं और उन लोगों में से हैं जिनकी हमने हिदायत की और मुन्तिख़ब किया जब उनके सामने खुदा की आयतें पढ़ी जाती थीं तो सजदे में ज़ारोक़तार रोते हुए गिर पड़ते थे सजदा

  • They are the ones whom Allah has blessed from among the prophets of Adam’s progeny, and from those We carried with Noah, and from among the progeny of Abraham and Israel, and from among those that We guided and chose. When the signs of the All - beneficent were recited to them, they would fall down weeping in prostration.
    ये अम्बिया लोग जिन्हें खुदा ने अपनी नेअमत दी आदमी की औलाद से हैं और उनकी नस्ल से जिन्हें हमने नूह के साथ सवारकर लिया था और इबराहीम व याकूब की औलाद से हैं और उन लोगों में से हैं जिनकी हमने हिदायत की और मुन्तिख़ब किया जब उनके सामने खुदा की आयतें पढ़ी जाती थीं तो सजदे में ज़ारोक़तार रोते हुए गिर पड़ते थे सजदा

  • If you are among the believers and rise to lead the Prayer for them, let a party of them stand with you to worship, keeping their arms. When they have performed their prostration, let them go behind you, and let another party who have not prayed, pray with you, remaining on guard and keeping their arms, for the unbelievers love to see you heedless of your arms and your baggage so that they might swoop upon you in a surprise attack. But there shall be no blame upon you if you were to lay aside your arms if you are either troubled by rain or are sick ; but remain on guard. Surely Allah has prepared a humiliating chastisement for the unbelievers.
    और तुम मुसलमानों में मौजूद हो और कि तुम उनको नमाज़ पढ़ाने लगो तो एक को लड़ाई के वास्ते छोड़ दो उनमें से एक जमाअत तुम्हारे साथ नमाज़ पढ़े और अपने हरबे तैयार अपने साथ लिए रहे फिर जब सजदे कर ले तो तुम्हारे पीछे पुश्त पनाह बनें और दूसरी जमाअत जो जब तक नमाज़ नहीं पढ़ने पायी है और तुम्हारे साथ नमाज़ पढ़े और अपनी हिफ़ाज़त की चीजे अौर अपने हथियार लिए रहे कुफ्फ़ार तो ये चाहते ही हैं कि काश अपने हथियारों और अपने साज़ व सामान से ज़रा भी ग़फ़लत करो तो एक बारगी सबके सब तुम पर टूट पड़ें हॉ अलबत्ता उसमें कुछ मुज़ाएक़ा नहीं कि तुमको बारिश के सबब से कुछ तकलीफ़ पहुंचे या तुम बीमार हो तो अपने हथियार उतार के रख दो और अपनी हिफ़ाज़त करते रहो और ख़ुदा ने तो काफ़िरों के लिए ज़िल्लत का अज़ाब तैयार कर रखा है

  • And unto Allah maketh prostration whatsoever is in the heavens and whatsoever is in the earth of living creatures, and the angels and they are not proud.
    और जितनी चीज़ें आसमानों में हैं और जितने जानवर ज़मीन में हैं सब ख़ुदा ही के आगे सर सजूद हैं और फरिश्ते तो और वह हुक्में ख़ुदा से सरकशी नहीं करते

  • Those were the ones upon whom Allah bestowed favor from among the prophets of the descendants of Adam and of those We carried with Noah, and of the descendants of Abraham and Israel, and of those whom We guided and chose. When the verses of the Most Merciful were recited to them, they fell in prostration and weeping.
    ये अम्बिया लोग जिन्हें खुदा ने अपनी नेअमत दी आदमी की औलाद से हैं और उनकी नस्ल से जिन्हें हमने नूह के साथ सवारकर लिया था और इबराहीम व याकूब की औलाद से हैं और उन लोगों में से हैं जिनकी हमने हिदायत की और मुन्तिख़ब किया जब उनके सामने खुदा की आयतें पढ़ी जाती थीं तो सजदे में ज़ारोक़तार रोते हुए गिर पड़ते थे सजदा

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