नाटक
नाटक/स्वांग
नाट्य रचना
अभिनय
नाटकअ
नाटक सदृश घटनाएँ
स्वांग
दृश्य काव्य
रूपक
When Veertanaya came on the stage, a period of a little more than half a century had already elapsed after the rise of the art of drama.
वीरतनय रंगमंच पर जब आया, उस समय मराठी - नाट्य - कला को जन्मे आधी सदी से कुछ ही अधिक समय हुआ होगा ।
Kavikarnapura ' s drama entitled Chaitanya Chandro - daya was a better known work than his Kavya.
कवि कर्णपुर की कृति चैतन्य चंद्रोदय शीर्षक नाटक उनके काव्य से अधिक विख्यात था ।
Sanskrit drama had already become bloodless and bereft of vigour when the invasion took place and the conquest snuffed out the dying embers of Sanskrit theatre.
जब आक्रमण हुआ और विजय ने संस्कृत नाटक के बुझते हुए स्फलिंगों को बुझा दिया तब तक तो संस्कृत नाटक मृतवत् तथा ओजविहीन हो चुका था ।
The zeal and the hurry to be early in the field made many translators overlook the very purpose of drama and the spirit of the Sanskrit stage.
सबसे पहले इस क्षेत्र में प्रवेश करने की उत्सुकता और उतावली में अनुवादकों ने नाटक के मूल प्रयोजन और संस्कृत - रंगमंच के स्वभाव को समाप्त कर दिया ।
It appears that the Sanskrit drama had come to settle down into the pattern of a love - comedy.
ऐसा प्रतीत होता है कि प्रेम - प्रधान सुखांत नाटक के ढाँचे में संस्कृत के नाटक ढल चुके थे ।
In drama, children get an opportunity to act out different roles with the help of speech and physical movement and gesture.
नाटक में बच्चों को विभिन्न भूमिकाओं को बातचीत, हाव - भाव और शरीर के जरिए प्रस्तुत करने का मौका मिलता है ।
It is necessary not only to arouse interest in an idea for pantomime, rhythmic movement or a play, but also to set the mood for creative drama playing.
यह केवल मूक अभिनय, तालबद्ध गति तथा नाट्य क्रीड़ा में रुचि जागृत करने के लिए ही नहीं, अपितु सृजनात्मक नाटक खेलने के लिए उपयुक्त मूड बनाने हेतु भी आवश्यक होता है ।
The most important work of Prasad in the field of lyric poetry, short story, novel and drama was achieved during this period.
गीति - काव्य, कहानी, उपन्यास और नाटक सभी क्षेत्रो में प्रसादजी की महत्त्वूपूर्ण कृतियॉँ इसी अवधि के दौरान रची गईं ।
In this the story of flower island is taken, and there are other islands too - iron, copper, silver which are all allegories, like the drama of Jaishankar called Kamona.
इसमे कुसुम दीप की कथा ली गई है और अन्य द्वीप भी है लौह, ताम्र रौय्य द्वीप जिन्हे हम रूपक प्रयोग कह सकते है, जयशंकर प्रसाद के कामना नाटक की तरह ।
He is not averse to the innate message in a drama or a poetry.
वे नाटक या कविता में सन्निहित संदेशु के विरूद्ध नहीं है ।