छत तिकोन
दीवार से निकला हुआ वह भाग जो उपर के हिस्से को सहारा दे
छत-तिकोन
The corbel shapes also change, and the central tenon of the simple bevelled corbel of the earlier Chola temples assumes more or less the form of a bell - shaped pendentive, which gradually becomes floral and extended, anticipating the incipient madalai, or curved stalk of the characteristic pushpa potika of the Vijayanagar times and after.
टोडें ह्यदीवार में से प्रक्षिपऋ - ऊण्श्छ्ष् - त पाषाण या काषऋ - ऊण्श्छ्ष् - ठ खंडहृ के आकार में भी परिवर्तन हुआ है और आंरभिक चोलकाल के सादे प्रवणित टोडऋए के केंद्रीय जोडऋ ने कमोवेश घंटी के आकार के लटकन का रूप ले लिया है जो धीरे धीरे बेल बूटेदार बन गया है. यह विजयनगर के काल और उसके बाद के समय की पुषऋ - ऊण्श्छ्ष् - प पोतिका का मुडऋआ वृyaa AaMriBak ' madlaO ' ka pUva - vatI - huAa kr % aa qaa.
These pillars, as at Palampet, carry fine caryatid brackets springing from the top cubical part of the shaft and reaching up to the corbel and cornice.
जैसा कि पालमपेट में हैं, इन स्तंभों पर नारीस्तंभ दीवारगीर हैं, जो स्तंभ के शीर्षस्थ कक्षीय भाग से निकल कर टोडे और कोर्निस तक ऊपर पहुंचते हैं ।
The abacus, or phalaka, as in earlier Pallava capitals, is large, massive and square, but the corbel or potika arms are bevelled with a central triangular tenon on the bevelled face.
आरंभिक पल्लव स्तंभ शीर्षों क समान फलक, बड़े स्थूल और वर्गाकार हैं, किंतु पोतिकांए प्रवणित पृष्ठ पर केंद्रीय त्रिकोणात्मक जोड़ों के साथ प्रवणित हैं ।
Such simple mandapa pillars do not have differentiated capital mouldings, but bear the potika or corbel block directly over the top square section.
ऐसे अनलंकृत मंडप स्तंभों में विशेषीकृत शीर्ष गढ़न नहीं होती, किंतु सीधे शीर्षस्थ वर्गाकार खंड के ऊपर पोतिका होती है.
The heaviness of the Chalukyan pillars as at Badami is apparently reduced by the flutings and carvings ; the pillar and corbel shapes are various, but in their development they retain their individuality till the close of the Chalukyan period and do not recur in the Rashtrakuta creations.
चालुक़्य स्तंभों का भारीपन, जैसे बादामी में, खड़ी गोल झिरियों और उत्कीर्णनों द्वारा कम किया गया लगता है ; स्तभं और पोतिकाओं के आकार विविध हैं, किंतु अपने विकास में वे चालुक़्य काल की समाप्ति तक अपनी विशिष्टता बनाए हुए हैं और राष्ट्रकूट रचनाओं में उनकी पुनराव्Qत्ति नहीं होती.
The heaviness of the Chalukyan pillars as at Badami is apparently reduced by the flutings and carvings ; the pillar and corbel shapes are various, but in their development they retain their individuality till the close of the Chalukyan period and do not recur in the Rashtrakuta creations.
चालुक्य स्तंभों का भारीपन, जैसे बादामी में, खड़ी गोल झिरियों और उत्कीर्णनों द्वारा कम किया गया लगता है ; स्तभं और पोतिकाओं के आकार विविध हैं, किंतु अपने विकास में वे चालुक्य काल की समाप्ति तक अपनी विशिष्टता बनाए हुए हैं और राष्ट्रकूट रचनाओं में उनकी पुनरावृत्ति नहीं होती ।
The corbel shapes also change, and the central tenon of the simple bevelled corbel of the earlier Chola temples assumes more or less the form of a bell - shaped pendentive, which gradually becomes floral and extended, anticipating the incipient madalai, or curved stalk of the characteristic pushpa potika of the Vijayanagar times and after.
टोडें ह्यदीवार में से प्रक्षिपऋ - ऊण्श्छ्ष् - त पाषाण या काषऋ - ऊण्श्छ्ष् - ठ खंडहृ के आकार में भी परिवर्तन हुआ है और आंरभिक चोलकाल के सादे प्रवणित टोडऋए के केंद्रीय जोडऋ ने कमोवेश घंटी के आकार के लटकन का रूप ले लिया है जो धीरे धीरे बेल बूटेदार बन गया है. यह विजयनगर के काल और उसके बाद के समय की पुषऋ - ऊण्श्छ्ष् - प पोतिका का मुडऋआ वृyaa AaMriBak ' madlaO ' ka pUva - vatI - huAa kr % aa qaa.
The characteristic kumbha panjara in the wall - recesses between pilasters is rendered highly ornate, as also the pushpa potika corbel of the capitals over the pillars and polygonal pilasters, with the pendent bud at the tip of the curved arm taking the shape of a full lotus bud.
भित्तिस्तंभों के बीच दीवार के अतंरालों में विशिष्ट कुभं पंजर अत्यधिक अलंकृत बनाए गए हैं. इसी प्रकार स्तंभों और बहुभुज भित्तिस्तभों के ऊपर शीर्ष की पुष्प पोतिका भी हैं, जो वक्र भुजा के छोर पर एक पूर्ण कमल कलिका का रूप लेती लटकती कली से युक़्त है.
All this indicates a later date for this temple than is usually assumed, not to speak of other advanced features like the diverse corbel forms, the style of sculpture, the presence of the upa - pitha, etc.
यZह इस मंदिर के लिए सामान्यतया अनुमानित तिथि की अपेक्षा बाद की तिथि का संकेत देते हैं. अन्य विकसित लक्षणों जैसे विभिन्न टोड़ा रूपाकार, शिल्प शैली, उपपीठ की उपस्थिति आदि भी इस संदर्भ में विचारणीय हैं.
The abacus, or phalaka, as in earlier Pallava capitals, is large, massive and square, but the corbel or potika arms are bevelled with a central triangular tenon on the bevelled face.
आरंभिक पल्लव स्तंभ शीर्षों क समान फलक, बड़े स्थूल और वर्गाकार हैं, किंतु पोतिकांए प्रवणित पृष्ठ पर केंद्रीय त्रिकोणात्मक जोड़ों के साथ प्रवणित हैं.