गाने के बारे में जानकारी
यह गाना फ़िल्म "23rd March 1931 Shaheed" से है।
इस गाने के बोल Dev Kohli ने लिखे हैं।
===================
गाने के बोल
साँस है जब तलक ना रुकेंगे कदम्
चल पड़े हैं तो मंज़िल को पा जाएँगे
ऐ वतन ऐ वतन ऐ वतन ऐ वतन्
वो जवानी जो खूं को जलाती नहीं
वो वतन के लिए रंग लाती नहीं
दाग लेकर ग़ुलामी का क्यूँ हम जियें
सोच कर रात को नींद आती नहीं
साँस है जब तलक ॥।
हमने तय कर लिया हमने ले ली कसम्
खून से अपने सींचेंगे हम ये चमन्
जान लेकर हथेली पे हम चल दिए
बाँधकर सर पे निकले हैं हम ये क़फ़न
साँस है जब तलक ॥।