गाने के बारे में जानकारी
यह गाना फ़िल्म "Aansoo Aur Muskan" से है।
इस गाने के बोल Qamar Jalalabadi ने लिखे हैं।
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गाने के बोल
गुनी जनों रे भक्त जनों -२
हरी नाम से नाता रे जोड़ो भाई माया से मुँह मोड़ों रे
जगत्-नारायण की जय्-जय बोलो-बोलो
नगद्-नारायण को छोड़ो रे
को :जगत्-नारायण की ॥।
अरे रज्-धन अरे गज्-धन -२
गज्-धन रज्-धन्
रज्-धन गज्-धन राज्-धन अनाज्-धन
लाल रतन धन खान रे -२
आयो रे जब सन्तोष्-धन बाबा सब धन धूल समान रे
बोलो रे सब धन धूल समान रे
( धन तो है ) -२ दीवार रेत की धन से प्रीती तोड़ो रे
को :जगत्-नारायण की ॥।
जय गोविन्दम जय गोपालम -४
दुनिया करती रूप की भक्ति कैसी माया-रूप रे
अरे हम तो उसके भक्त हैं भक्तों जिसने बनाया रूप रे
( सुन्दर नारी प्रीतम प्यारी ) -२ छवि दिखलाए
जय गोविन्दम जय गोपालम -२
सुनो-सुनो चल्-चित्रम की कथा सुनाए
कथा सुनाए भक्त किशोरम -२
को :जय गोविन्दम ॥।
ब्र्ह्माण्डे हे कोटि सितारम पृथ्वी पर भी अनेक सितारम्
अरे आशीर्वादम अशोककुमारम्
पृथ्वीपुत्रम राजकपूरम शम्मीकपूरम शशीकपूरम्
रामम श्यामम दिलीपकुमारम पूरबपश्चिम मनोजकुमारम्
अरे प्रेमपुजारी देवानन्दम्
रूपपुजारी आई. एस्. जौहरम्
अरे नीलमकमलम राजकुमारम्
यादे यादम सुनीलदत्तम्
अरे इत्तेफ़ाक़म राजेशखन्नम जय जानी राजेन्द्रनाथम्
उछलमकूदम जय महमूदम्
अरे स्वर्ग लोक में एक है इन्द्र्
अरे पृथ्वी कारे हैं तीन इन्द्र्
अरे जय जितेन्द्र जय धर्मेन्द्र जय्-जय्-जय हो जय राजेन्द्र
को :जय गोविन्दम ॥।
जगत नारायण को छोड़ के सन्तों
नगद नारायण के हैं सब यारम्
को :नगद नारायण के ॥।
इन सबके पीछे अरे पड़ गया इन्कम टैक्सम्
अरे बम्-बम नाचे किशोरकुमारम्
बम्-बम नाचे ॥।