श्री महावीर भगवान जी की आरती - जय सन्मति देवा

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Anant Agarwal
Aug 19, 2019   •  1 view

जय सन्मति देवा, प्रभु जय सन्मति देवा।
वर्द्धमान महावीर वीर अति, जय संकट छेवा ॥
॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥

सिद्धार्थ नृप नन्द दुलारे, त्रिशला के जाये ।
कुण्डलपुर अवतार लिया, प्रभु सुर नर हर्षाये ॥
॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥

देव इन्द्र जन्माभिषेक कर, उर प्रमोद भरिया ।
रुप आपका लख नहिं पाये, सहस आंख धरिया ॥
॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥

जल में भिन्न कमल ज्यों रहिये, घर में बाल यती ।
राजपाट ऐश्वर्य छोड़ सब, ममता मोह हती ॥
॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥

बारह वर्ष छद्मावस्था में, आतम ध्यान किया।
घाति-कर्म चूर-चूर, प्रभु केवल ज्ञान लिया ॥
॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥

पावापुर के बीच सरोवर, आकर योग कसे ।
हने अघातिया कर्म शत्रु सब, शिवपुर जाय बसे ॥
॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥

भूमंडल के चांदनपुर में, मंदिर मध्य लसे ।
शान्त जिनेश्वर मूर्ति आपकी, दर्शन पाप नसे ॥
॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥

करुणासागर करुणा कीजे, आकर शरण गही।
दीन दयाला जगप्रतिपाला, आनन्द भरण तु ही ॥
॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥

जय सन्मति देवा, प्रभु जय सन्मति देवा।
वर्द्धमान महावीर वीर अति, जय संकट छेवा ॥

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