क्या जिंदगी है यह
बचपन में सिखाते हैं सब से तमीज से बात करो
सबसे अच्छे से बात करो
कभी किसी को धोखा ना दो हमेशा सच बोलो!!
पर बड़े होते ही हम यह सारी सिखाएं हुई चीजें भूल जाते हैं और जो ना भूले उन्हें भुला दिया जाता है
क्योंकि बड़े होते ही सब ज्ञान बदल जाता है
या तो बेशरम बन जाओ या शर्म से मरजाओ
या तो धोखा दो लोगों को झूठ बोलो और पैसे कमाओ या कंगाल बनकर रह जाओ!!
हमें तो बचपन मेंमां-बाप सिखाते हैं कि रिश्वत मत दो
किसी को झूठ मत बोलो
पर खुद कभी अपने बच्चों को चुप कराने के लिए उन्हे टीवी की घूसतो कभी थप्पड़ की धमकी देते हैं
और खुद झूठ भी बोलते हैं अपने बच्चों से
कि सो जा वरना भूत आ जाएगा!!
क्यों हम बड़े होते होते बचपन की सारी बातें भुला देते हैंक्यों हम अपना लेते हैंनया गलत ज्ञान !!
क्यों ना आज बचपन की सारी कहानियां याद करें जो हमें सिखाती हैं सच बोलना, दूसरों की मदद करना और एक अच्छा इंसान बनना
वरना फिर क्या फर्क है एक इंसान में जो स्कूल जाता है और एकजो नहीं अगर यह सारा ज्ञान भूल ही जाना है!!
मोरल साइंस क्लास सिर्फ स्कूल्स में नहीं बल्कि कॉलेजेस और कॉरपोरेट्स में भी होनी चाहिए!!
ताकि यह बचपन का महत्वपूर्ण ज्ञान हम कभी ना भूले
क्योंकि यह ज्ञान ही तो है जो इंसान को एक अच्छा इंसान बनाता है
वरना बाकी सब तो सिर्फ नोट छापने के लिए याद किया जाता है !!