बेवजह ही गुनगुनाया करो..

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Shubham Pathak
Dec 29, 2019   •  0 views

खुश होने का क्यों बहाना ढूंढ़ते हो
बेवजह ही गुनगुनाया करो
ग़म पास आएंगे ही नही तेरे
बस हर पल मुस्कुराया करो।
कैसे जान पाओगे सिर्फ हाथ मिलाने से किसी को
गर जानना हो उसे, तो गले से लगाया करो।
हमेशा जीतने की आदत है तुम्हें, अच्छा है
पर कभी दूसरों के ख़ुशी के लिए हार जाया करो।
बड़ा घमंड है जिन्हें अपने आप पर, टूट जाओगे
बस कभी किसी से दिल लगाया करो।
माफ़ मत किया करो दुश्मनों को इतनी आसानी से
अरे दुश्मनी करो तो उसे जमकर निभाया करो।
जब कोई भी न सुने दुनिया में बात तुम्हारी
उदास न हो, घर जाकर माँ को बताया करो।
गर माँ बाप रूठ जाया करें कभी किसी बात पर,
छोटे नही हो जाओगे,तुम्ही उन्हें मनाया करो।
ख़ुशी मिलती है उन कंचो और पतंगों से खेलकर
कभी मौका मिले तो छोटा बच्चा बन जाया करो।
शुभम पाठक

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