क्या 'अच्छे दिन' आए?

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Dipesh Vaswani
Mar 12, 2019   •  13 views

वह सवाल जो आज 2019 लोकसभा चुनाव के अवसर पर सारे भारतीयों के मन में एक शंखा को उत्पन करता है, की वाक्य में क्या भारत इन 5 सालों में अमेरिका जेसा बन पाया है? व क्या 2014 के चुनाव से पहले जो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने हमें जो सपनों का भारत देने का वादा किया था वह पूरा हुआ ? ईन सब सवालो का जवाब सिर्फ इन 5 साल में हुए बदलावों का विश्लेषण कर ही पता लगाया जा सकता है।

2012 की बी.बी.सी. की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के 50% घरों में शौचालयों से ज्यादा फोन पाय जाते थे वही खुले में शौच जाने के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहले काफी बार भारत को निंदा का सामना करना पड़ता था। लेकिन मोदीजी सत्ता पर आते से ही सबसे पहले स्वछता अभियान की शुरुआत की किसके परिणामस्वरूप भारत में शौचालयों की संख्या जो 2014 मैं 39% थी वो 2017 में बढ़ कर 65% हो गयी। इसका मतलब यह की इन 3 सालों में 70 सालों से ज्यादा शौचालयों का निर्माण हुआ।

वहीं अगर मोदीजी के भारत को भ्रष्टाचार मुक्त करने के वादे की बात आये तो इन 5 सलों मेंभ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिये काफी प्रयास किये गए। भ्रष्टाचार के खिलाफ जो सबसे महत्वपूण करवाई की गई वो थी नोटबन्दी, जिसके परिणाम एक रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नकली 500 व 1000 के नोटों 59.7% की कमी आयी है वही 2 लाख करोड़ का काला धन बैंको को प्राप्त हुआ है ओर 3 लाख करोड़ के नोट बैंक के चलन से बाहर रहे थे। नोटेबन्दी का सुप्रभाव हवाला के जरिये पैसों की लेन देन तथा नक्सलवाद पर भी काफी पड़ा।

इन 5 सालों में भारतीय सरकार द्वारा काफी स्कीम भी चलाई गई जैसे मेक इन इंडिया जिसका लक्ष्य था कि विनिर्माण क्षेत्र के घरेलू उत्पाद को 15% से बढ़ा कर 25% कर दीया जाए जिसक कारण अर्थव्यवस्था में काफी इज़ाफा देखा गया। भारत की अर्थव्यवस्था जो 2014 में विश्व मैं जो 11 स्थान पर थी वो आज बढ़ कर 6 स्थान पर

पहुँच गई है ओर वही भारत का रुपया भी आज मजबूत हो कर कई सालो के बाद 70USD के नीचे आने मे समर्थ हो पाया है।

वहीं केंद्र सरकार ने छोटे उद्यम शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) शुरू की थी,जिसके तहत लोगों को अपना उद्यम (कारोबार) शुरू करने के लिए छोटी रकम का लोन दिया जाता है। जिसके परिणामस्वरूप भारत Ease of Doing Buisness मैं रैंकिंग में भारत 23 पायदान की छलांग के साथ 77वें स्थान पर पहुंचा जिसके कारण बहुत से लोगों को रोजगार भी प्राप्त हुआ है।

ओर सबसे महत्वपूर्ण अगर इन 5 सालो देश की सुरक्षा का विश्लेषण किया जाए तो पूरा आतंकवाद कश्मीर तक ही सिमट कर रह गया अथवा भारत जो आज तक किसी अन्य देश पर हमला नही करने के लिए जाना जाता था, जिसका फायदा पाकिस्तान अपने आतंकियों को भेज कर उठाया करता था, वो भी उरी व पुलवामा हमले के बाद भारत ने उसके खुदके घर मे जा कर मार के संभव कर दिखाया और दुनिया को बताया कि ये नया भारत है, अब वह आतंकवाद को नही सहेगा साथी-साथ भारत ने पाकिस्तान को भी दुनिया में अलग-थलग कर दिया। जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान ने हमारे विंग कमांडर अभिनन्दन को सिर्फ 2 दिन में ही छोड़ना पड़ा था। जो कि भारत के लिए एक बहुत बडकूटनीतिक जीत भी है।

इन 5 सालों में भले ही सरकार ने अपने वादे अनुसार सब कुछ हासिल नही करा हो,लेकिन 2014 के पहले जैसे कोई भ्रष्टाचार का आरोप सरकार के खिलाफ अभी तक नही सिद्ध हुआ है। अब यह तो नही कह सकते कि सबके अच्छे दिन आये, लेकिन भारत का एक सही निर्माण इन 5 सालों में देखने को मिला जो भारत के लिए एक अच्छे संकेत की ओर दर्शाता है।

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